ATM बंद होंगे जैसे WhatsApp मैसेज पर न करें भरोसा, भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच अफवाहों की बाढ़

भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर चल रहे तनाव ने सोशल मीडिया पर भी गर्मी बढ़ा दी है। खासकर WhatsApp पर ऐसे-ऐसे मैसेज वायरल हो रहे हैं, जो लोगों को डर और भ्रम में डाल रहे हैं। हाल ही में एक मैसेज तेजी से फैलाया जा रहा है जिसमें लिखा है कि “भारत में ATM बंद कर दिए जाएंगे।” लेकिन सच्चाई यह है कि यह पूरी तरह फर्जी खबर है। सरकार की तरफ से स्पष्ट कर दिया गया है कि ATM बंद करने को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है और न ही कोई आदेश जारी हुआ है। यानी ATM पहले की तरह काम करते रहेंगे और आपके पैसे तक आपकी पहुंच बरकरार रहेगी। ऐसे में अगर आपके पास ऐसा कोई मैसेज आता है तो उसे न सिर्फ नजरअंदाज करें बल्कि दूसरों को भी बताएं कि यह झूठी खबर है।
कैसे बनता है यह ‘फेक न्यूज’ का जाल – और क्यों हमें सतर्क रहना चाहिए – जब देश में हालात संवेदनशील होते हैं, तब अफवाह फैलाने वाले लोग ऐसे झूठे मैसेज बनाकर सोशल मीडिया पर छोड़ देते हैं। इनका मकसद होता है कि जनता में डर और भ्रम पैदा किया जाए। यह एक तरह का डिजिटल प्रोपेगेंडा होता है, जिसमें आम जनता अनजाने में भागीदार बन जाती है। सरकार बार-बार अपील कर रही है कि इस तरह के मैसेज को ना पढ़ें, ना ही आगे शेयर करें। खासकर जब माहौल युद्ध जैसा हो, तब इस तरह की सूचनाएं लोगों की मानसिक स्थिति को भी बिगाड़ सकती हैं। सोचिए अगर आप ATM बंद होने की बात मानकर पूरे दिन लाइन में लगे रहें और बाद में पता चले कि वो खबर फर्जी थी – कितना समय और भरोसा बर्बाद होगा।
फर्जी मैसेज के पीछे हो सकता है साइबर अटैक का प्लान – रहें सावधान ऐसे फर्जी मैसेज सिर्फ डर फैलाने के लिए नहीं होते, इनमें कई बार साइबर अटैक की कोशिशें भी छिपी होती हैं। जैसे ही कोई व्यक्ति इस पर क्लिक करता है, उसे एक लिंक या फाइल भेजी जाती है, जो उसके फोन या कंप्यूटर में वायरस डाल सकती है। ये वायरस आपकी पर्सनल जानकारी चुरा सकता है, बैंक अकाउंट से पैसे निकाल सकता है या डिवाइस को हैक कर सकता है। इसलिए, अगर आपको कोई अनजान नंबर से WhatsApp मैसेज आता है, जिसमें लिंक या अटैचमेंट हो, तो उसे बिल्कुल न खोलें। कोई भी मैसेज जो “अभी क्लिक करें”, “इसे सभी को फॉरवर्ड करें” या “जरूरी सूचना” जैसे शब्दों का इस्तेमाल करता हो, उसे पहले जांचें और सोच-समझकर ही प्रतिक्रिया दें।
सोशल मीडिया पर डर फैलाना भी है एक साइबर हथियार – समझदारी ही बचाव है आजकल फेक न्यूज फैलाना भी एक किस्म का साइबर वॉर बन चुका है। किसी देश में अफरातफरी फैलाने के लिए कुछ ही सेकेंड्स लगते हैं जब एक झूठा मैसेज हजारों बार फॉरवर्ड हो जाए। और इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका है – ठंडे दिमाग से सोचना।अगर कोई मैसेज आपको लगता है कि ज़रूरत से ज़्यादा डर फैलाने वाला है, तो पहले उसकी सच्चाई जानें। सरकारी वेबसाइट्स, न्यूज चैनल्स और अधिकारियों के बयान पर भरोसा करें, ना कि किसी WhatsApp फॉरवर्ड पर।
बैंकिंग फ्रॉड का बढ़ा खतरा – UPI से लेकर QR कोड तक हर जगह बरतें सावधानी – साइबर हमले का सबसे आसान निशाना आम आदमी का बैंक अकाउंट होता है। इसीलिए जब भी आप UPI, इंटरनेट बैंकिंग या क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करते हैं, तो ध्यान रखें कि किसी अनजान लिंक या QR कोड से ट्रांजैक्शन न करें। फर्जी कॉल्स, SMS और लिंक से सावधान रहें जो खुद को बैंक अधिकारी बताकर आपसे OTP या पासवर्ड मांगते हैं। हमेशा सिर्फ ऑफिशियल बैंक ऐप या वेबसाइट से ही लेन-देन करें। और कोई संदिग्ध एक्टिविटी दिखे, तो तुरंत अपने बैंक को सूचित करें।