पंजाब की राजनीति को बड़ा झटका: पूर्व मंत्री सुखदेव सिंह ढींडसा पंचतत्व में विलीन, अंतिम विदाई आज उभवाल गांव में

पंजाब के हीरो सुखदेव सिंह ढींडसा का जाना: एक युग का अंत- एक लंबे और सम्मानित राजनीतिक जीवन के बाद, पंजाब के दिग्गज नेता सुखदेव सिंह ढींडसा जी का 28 मई, 2025 को निधन हो गया। उनके निधन से पूरे पंजाब में शोक की लहर है।
अंतिम विदाई- 30 मई को दोपहर 3 बजे, उनके पैतृक गांव उभवाल (संगरूर) में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। हजारों लोग उन्हें अंतिम विदाई देने पहुँच रहे हैं, जो उनके प्रति अपार सम्मान और प्यार को दर्शाता है। यह सिर्फ़ एक राजनेता का जाना नहीं, बल्कि एक पूरे युग का अंत है।
अचानक हुआ निधन- 27 मई को अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें मोहाली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने निमोनिया और दिल की समस्याओं की पुष्टि की थी। दुर्भाग्य से, 28 मई को शाम को दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया।
राजनीतिक श्रद्धांजलि- उनके निधन पर, सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। शिरोमणि अकाली दल, आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और भाजपा के नेताओं ने उनकी उपलब्धियों और योगदान को याद किया। विधायक परगट सिंह ने उन्हें एक महान राजनेता और खेलों के संरक्षक बताया।
जनता के प्यारे नेता- ढींडसा जी ने पंजाब की राजनीति में कई साल बिताए और हमेशा जनता के साथ गहरा नाता रखा। चाहे सत्ता में रहे हों या विपक्ष में, उन्होंने हमेशा साफ़-सुथरी राजनीति को महत्व दिया। खेल, शिक्षा, और ग्रामीण विकास में भी उनका योगदान बहुत महत्वपूर्ण रहा।
यादगार विरासत- ढींडसा जी की सादगी और जनसेवा की भावना उन्हें जनता के दिलों में हमेशा के लिए जिंदा रखेगी। उनका जाना पंजाब के लिए एक बड़ी क्षति है, लेकिन उनकी विरासत सदैव प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी।