विश्व पर्यावरण दिवस 2025: प्लास्टिक प्रदूषण पर होगा फोकस, उत्तराखंड में बड़े स्तर पर होंगे आयोजन

प्लास्टिक मुक्त भारत: एक बड़ा कदम!-इस साल का विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून) प्लास्टिक प्रदूषण से मुक्ति के संकल्प के साथ मनाया जाएगा। मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने इस अभियान को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक की और राज्यव्यापी जागरूकता अभियान शुरू करने का फैसला लिया है।
हर जिले की अपनी योजना-जिलाधिकारियों को अपने-अपने जिलों के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया गया है। इसमें आम लोगों की भागीदारी को सबसे ज़्यादा अहमियत दी गई है ताकि यह अभियान सिर्फ सरकारी दफ्तरों तक ही सीमित न रहे। लोगों को जोड़कर ही इस लक्ष्य को पाया जा सकता है।
जन सहयोग से बढ़ेगा अभियान का दायरा-डॉक्टरों, वकीलों, स्वयं सहायता समूहों, सामाजिक संगठनों और गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) को इस मुहिम में शामिल करके जागरूकता अभियान को और मजबूत बनाया जाएगा। प्रतियोगिताओं और अन्य रचनात्मक गतिविधियों से हर वर्ग तक संदेश पहुँचाने की कोशिश की जाएगी। सबका साथ, सबका विकास।
राज्यव्यापी स्वच्छता अभियान-गाँव से लेकर शहरों तक, सड़कों से लेकर नदियों तक, राज्य में व्यापक स्वच्छता अभियान चलेगा। अधिकारी खुद भी इसमें शामिल होंगे ताकि जनता को प्रेरणा मिले। साफ-सफाई से स्वस्थ जीवन, यही है हमारा लक्ष्य।
पौधारोपण से हरियाली का विस्तार-पर्यावरण दिवस पर बड़े पैमाने पर पौधारोपण होगा। हर जिले में इन कार्यक्रमों को योजनाबद्ध तरीके से आयोजित किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोग इसमें हिस्सा लें और पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखा सकें। हरियाली बढ़ाएँ, जीवन बढ़ाएँ।