छत्तीसगढ़ में राशन घोटाला: 285 क्विंटल चावल गायब, 11 लाख से ज्यादा की हेराफेरी का मामला

बिलासपुर में राशन का खेल: गरीबों का हक कैसे हुआ छीना?- छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक ऐसा मामला सामने आया है जिससे हर किसी को झटका लगा है। वार्ड नंबर 42 की एक राशन की दुकान में बड़ा घोटाला हुआ है। दुकानदार ने गरीबों के लिए रखे गए चावल में से बड़ी मात्रा में चावल गायब कर दिया। आइये जानते हैं पूरी कहानी।
गायब हुए 285 क्विंटल चावल!-nखैर माता खाद्य सुरक्षा पोषण समिति के तहत चलने वाली इस दुकान के संचालक अमितेष राय पर लगभग 285.48 क्विंटल चावल गायब करने का आरोप है। इस चावल की कीमत लगभग 11 लाख 40 हजार रुपये है। ये चावल गरीब परिवारों के लिए सरकार की तरफ से दिया जाता है। यह राशन गरीबों के पेट की रोटी से जुड़ा है, इसलिए यह मामला बेहद गंभीर है।
जांच में हुआ पर्दाफाश- 23 अगस्त 2024 को खाद्य विभाग ने दुकान की जांच की। जांच में सामने आया कि पीडीएस (सार्वजनिक वितरण प्रणाली) के तहत मिलने वाले चावल में भारी कमी है। लगभग 285.48 क्विंटल चावल गायब पाया गया। यह एक बहुत बड़ा घोटाला है जिससे गरीबों को सीधा नुकसान हुआ है। विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया।
कार्रवाई: दुकान का प्रभार बदला गया- जांच में अमितेष राय दोषी पाया गया। 20 सितंबर 2024 को दुकान का संचालन रोक दिया गया और 5 अक्टूबर 2024 को गौरी महिला बहुद्देशीय सहकारी समिति को दुकान का प्रभार सौंप दिया गया। लेकिन, पूर्व संचालक ने न तो चावल की कमी की भरपाई की और न ही कोई जवाब दिया।
10 महीने बाद भी कोई जवाब नहीं, अब FIR की तैयारी- अमितेष राय को 10 महीने से कई बार नोटिस भेजा गया, लेकिन उन्होंने न तो चावल की भरपाई की और न ही कोई जवाब दिया। अब खाद्य विभाग ने उनके खिलाफ FIR दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी है ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाही न हो। यह कदम इस बात का प्रमाण है कि सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है और दोषियों को सजा दिलाने के लिए पूरी कोशिश करेगी।