“तीसरी रेल लाइन का प्लेटफार्म एक से सफल जुड़ाव, नया कंट्रोल रूम तीन दिन में होगा क्रियाशील”
मध्यप्रदेश : दमोह रेलवे स्टेशन पर चल रहे नॉन-इंटरलॉकिंग (एनआई) कार्य अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। स्टेशन प्रबंधक मुकेश कुमार जैन ने जानकारी दी कि 13 सितंबर तक सिग्नल सिस्टम का काम पूरा हो जाएगा, जिसके बाद तीसरी रेल लाइन को प्लेटफॉर्म नंबर एक से पूरी तरह जोड़ा जाएगा। इस नए सेटअप के साथ, सीआरएस (कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी) के निरीक्षण के बाद, रेलवे स्टेशन से एक साथ दो ट्रेनों को रवाना किया जा सकेगा।
26 अगस्त से जारी इस कार्य के दौरान, यार्ड इंजीनियरिंग का काम पूरा हो चुका है और रेलवे यार्ड में बड़े बदलाव किए गए हैं। पुरानी पटरियों और स्लीपर्स को हटाकर नए स्लीपर्स लगाए गए हैं, जिससे तीसरी लाइन को मुख्य प्लेटफार्म से जोड़ा गया है। यह कार्य मैन्युअल रूप से किया गया और इसे पूरा करने में 500 से अधिक मजदूरों और 50 इंजीनियर्स की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
विशेष रूप से स्टेशन के दो किलोमीटर लंबे यार्ड में 10 अलग-अलग स्थानों पर गुमटियां बनाई गईं, जहां से अधिकारियों ने काम का संचालन किया। इस दौरान यात्री और मालगाड़ियों की आवाजाही एक जोखिमपूर्ण कार्य था, जिसे सफलतापूर्वक पूरा किया गया।
सिग्नल सिस्टम को अपग्रेड करने के साथ, 13 सितंबर को नया कंट्रोल रूम पूरी तरह से चालू हो जाएगा। नए कंट्रोल रूम में अत्याधुनिक डिजिटल मशीनें स्थापित की जाएंगी, जो एक बड़ी स्क्रीन पर ट्रेन की स्थिति और सिग्नल की जानकारी प्रदर्शित करेंगी। इससे ट्रेनों का परिचालन सहायक स्टेशन मास्टर द्वारा एक क्लिक के जरिए किया जा सकेगा, जो पहले मैन्युअल होता था।
इस नई सुविधा के बाद, दमोह रेलवे स्टेशन पर मालगाड़ियों और यात्री ट्रेनों के संचालन में तेजी आएगी, जिससे यात्रियों और व्यापारियों दोनों को लाभ मिलेगा। सिग्नलिंग और नई लाइनों के कनेक्शन के बाद, यह नया सिस्टम स्टेशन पर ट्रेनों की आवाजाही को अधिक सुरक्षित और सुचारू बनाएगा।
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