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Makar Sankranti 2025: सेहत के लिए भी फायदेमंद होती है मकर संक्रांति पर बनने वाली खिचड़ी

नई दिल्ली। मकर संक्रांति के दिन कई तरह के रीति-रिवाज और परंपराएं निभाई जाती हैं, जिनमें से एक है खिचड़ी खाने की परंपरा। खिचड़ी एक भारतीय व्यंजन है जो दाल और चावल को मिलाकर बनाया जाता है। इसमें अलग-अलग तरह की सब्जियां, मसाले और देसी घी भी मिलाया जाता है।
बता दें, हल्का और पौष्टिक भोजन होने के साथ-साथ खिचड़ी एक कम्फर्ट फूड भी है, जिसे आसानी से पचाया जा सकता है। मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी खाने की परंपरा सदियों पुरानी है, लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि यह सेहत के लिए भी कितनी फायदेमंद साबित हो सकती है।

सेहत के लिए फायदेमंद है खिचड़ी
पाचन तंत्र के लिए वरदान

  • पाचन में आसानी: खिचड़ी में मौजूद दालें और चावल आसानी से पच जाते हैं, जिससे पाचन क्रिया सुचारू रूप से चलती रहती है।
  • कब्ज और गैस से राहत: खिचड़ी में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो कब्ज और गैस जैसी पाचन संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करती है।
  • इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (IBS) में फायदेमंद: IBS से पीड़ित लोगों के लिए खिचड़ी एक अच्छा ऑप्शन है, क्योंकि यह पेट को शांत करती है और सूजन को कम करती है।

पोषक तत्वों का भंडार

  • कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और विटामिन: खिचड़ी कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और विभिन्न प्रकार के विटामिन और मिनरल्स का एक अच्छा स्रोत है, जो शरीर को जरूरी पोषण देती है।
  • रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए: खिचड़ी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स इम्युनिटी बूस्ट करने में मदद करते हैं, जिससे शरीर को इन्फेक्शन से लड़ने में मदद मिलती है।
  • हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद: खिचड़ी में मौजूद पोटेशियम ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए अच्छा है।

वजन घटाने में मददगार

  • लो कैलोरी: खिचड़ी में कैलोरी कम होती है, जिससे यह वेट लॉस के लिए एक अच्छा ऑप्शन बन जाता है।
  • ओवरईटिंग से बचाए: खिचड़ी में मौजूद फाइबर आपको लंबे समय तक फुल रखता है, जिससे आप बार-बार खाने की इच्छा महसूस नहीं करते हैं और ओवरईटिंग से बचते हैं।
  • मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है: खिचड़ी में मौजूद कुछ मसाले मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करते हैं, जिससे कैलोरी बर्न करने की दर बढ़ जाती है।

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