
कांवड़ यात्रा 2024: तैयारियां जोरों पर!-हर साल की तरह इस साल भी कांवड़ यात्रा की तैयारियां जोरों पर हैं। 11 जुलाई से शुरू होने वाली इस यात्रा के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। देहरादून में हुई एक समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव ने यात्रा को लेकर कई अहम दिशा-निर्देश दिए हैं। आइए, जानते हैं इस साल की यात्रा से जुड़ी खास बातें।
सुरक्षा और साफ-सफाई: प्रशासन की प्राथमिकता-कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और यात्रा मार्गों की साफ-सफाई प्रशासन की सबसे बड़ी प्राथमिकता है। स्नान घाटों, पुलों और यात्रा मार्गों की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। सिंचाई विभाग को इस काम के लिए खास निर्देश दिए गए हैं। हर कांवड़िए की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं, ताकि सभी श्रद्धालु सुरक्षित और सुचारू रूप से अपनी यात्रा पूरी कर सकें।
हरिद्वार प्रशासन का सुरक्षा प्लान-हरिद्वार प्रशासन ने यात्रा के दौरान भीड़, पार्किंग और यातायात प्रबंधन के लिए एक विस्तृत योजना तैयार की है। डीएम और एसएसपी ने इस योजना को लेकर एक प्रेजेंटेशन भी दिया है। इसमें स्थायी और अस्थायी पार्किंग की व्यवस्था, रूट डायवर्जन प्लान और भीड़ को नियंत्रित करने के उपायों पर विस्तार से चर्चा की गई है। यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है कि यात्रा सुचारू रूप से संपन्न हो।
तारीखें तय, जलाभिषेक की तैयारी-इस साल कांवड़ यात्रा 11 जुलाई से 23 जुलाई तक चलेगी। पंचक 13 से 17 जुलाई तक रहेगा, जबकि डाक कांवड़ 20 से 23 जुलाई तक निकाली जाएगी। श्रावण शिवरात्रि पर 23 जुलाई को भक्तों द्वारा जलाभिषेक किया जाएगा। प्रशासन ने इन सभी तारीखों को ध्यान में रखते हुए अपनी योजनाएँ बनाई हैं ताकि हर श्रद्धालु को सुविधा मिल सके और यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से पूरी हो सके।