भारतीय सेना को मिले नागस्त्र-1 आत्मघाती ड्रोन

नई दिल्ली। भारतीय सेना को बेहद घातक हथियार मिल गया है। नागपुर की सोलर इंडस्ट्रीज ने पहला स्वदेशी लॉइटरिंग म्यूनिशन नागस्त्र-1 भारतीय सेना को सौंप दिया है। नागस्त्र-1 दुश्मन के घर में घुसकर हमला करने में सक्षम है। यह एक आत्मघाती ड्रोन है, जो दुश्मन के इलाके में घुसकर तबाही बचा देगा।
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बता दें कि भारतीय सेना ने आपातकालीन खरीद शक्तियों के तहत 480 लॉइटरिंग म्यूनिशन की आपूर्ति का ऑर्डर सोलर इंडस्ट्रीज इकोनॉमिक्स एक्सप्लोसिव्स लिमिटेड (ईईएल) को दिया है।
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नागपुर की इस स्वदेशी कंपनी ने यह घातक ड्रोन विकसित किया है। एक रक्षा अधिकारी के मुताबिक प्री-डिलीवरी निरीक्षणों के सफल समापन के बाद ईईएल ने सेना के गोला-बारूद डिपो को 120 लॉइटरिंग म्यूनिशन सौंपे हैं। सेना की भाषा में इन ड्रोनों को लॉइटरिंग म्यूनिशन कहा जाता है।
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The first indigenous Loitering Munition, Nagastra–1, developed by Solar Industries, Nagpur, has been delivered to the Indian Army. The Indian Army has placed an order to Solar Induatries’ Economics Explosives Ltd (EEL) to supply 480 Loiter Munitions under Emergency Procurement… pic.twitter.com/ClHofB7EOE
— ANI (@ANI) June 14, 2024
यह खासियत हैं नागास्त्र-1 में
नागास्त्र-1 आत्मघाती ड्रोन है। जीपीएस से लैस यह ड्रोन दो मीटर की सटीकता के हमला कर सकता है। नौ किलोग्राम वजन वाले मैन-पोर्टेबल फिक्स्ड-विंग इलेक्ट्रिक यूएवी की क्षमता 30 मिनट की है।
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मैन-इन-लूप रेंज 15 किलोमीटर और ऑटोनॉमस मोड रेंज 30 किलोमीटर है। इसका इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम कम ध्वनिक संकेत प्रदान करता है। इससे 200 मीटर से अधिक की ऊंचाई पर दुश्मन इसे पहचान नहीं पाता।
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