
दिल्ली में आज से लागू होगी आयुष्मान योजना, आम लोगों को मिलेगा बड़ा फायदा | निजी स्कूलों की बढ़ी फीस पर आम आदमी पार्टी ने जताई नाराज़गी
दिल्ली: राजधानी में आज से आयुष्मान भारत योजना लागू हो रही है, जिससे लोगों को बड़ी राहत मिलने वाली है। इस योजना के तहत अब दिल्ली के हर परिवार को 10 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा कवर मिलेगा। इसमें केंद्र और दिल्ली सरकार दोनों मिलकर 5-5 लाख रुपये का योगदान करेंगी। ये कदम खासतौर पर उन गरीब परिवारों के लिए फायदेमंद होगा जो अब तक महंगे इलाज की वजह से परेशान थे। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बताया कि पिछली सरकार की वजह से ये योजना दिल्ली में पहले लागू नहीं हो पाई थी। लेकिन अब सबसे पहले उन परिवारों को जोड़ा जाएगा जो अंत्योदय अन्न योजना (AAY) से जुड़े हैं। इसके साथ ही दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने कहा कि सरकार ‘प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन’ के तहत राजधानी में 34 से 36 नए आयुष्मान आरोग्य मंदिर (हॉस्पिटल) खोलने की योजना बना रही है। सरकार यह भी कह रही है कि जिन मोहल्ला क्लीनिक में ठीक से काम नहीं हो रहा या जो किराए की जगह पर चल रहे हैं, उन्हें बंद कर दिया जाएगा और सरकारी ज़मीन पर नए क्लीनिक खोले जाएंगे ताकि इलाज की सुविधा बेहतर हो सके। बीजेपी ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर जानकारी दी है कि 5 अप्रैल 2025 से यह योजना पूरी तरह से लागू कर दी जाएगी और आज ही नेशनल हेल्थ अथॉरिटी और दिल्ली सरकार की स्टेट हेल्थ अथॉरिटी के बीच एमओयू साइन होगा।
इस बीच, आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने निजी स्कूलों की बढ़ती फीस को लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि बीजेपी के आने के बाद दिल्ली के निजी स्कूलों ने 20 से 80 प्रतिशत तक फीस बढ़ा दी है, जो मध्यम वर्ग के परिवारों पर भारी बोझ डाल रही है। उन्होंने कहा कि एक समय था जब दिल्ली में शिक्षा पर काम करने वाली सरकार थी और स्कूलों को ज़्यादा वसूली गई फीस लौटानी पड़ी थी। आतिशी का कहना है कि लांसर्स कॉन्वेंट जैसे स्कूलों में तो 30 प्रतिशत से भी ज़्यादा फीस बढ़ा दी गई है। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि सरकार निजी स्कूलों से मिली हुई है और उनकी मनमानी पर कोई रोक नहीं है। उन्होंने ये भी कहा कि अरविंद केजरीवाल की सरकार ने 10 साल तक शिक्षा माफिया पर लगाम लगाई थी, लेकिन अब जैसे ही बीजेपी सत्ता में आई, सिर्फ दो महीने में ही मिडिल क्लास परिवारों पर मुसीबतें बढ़ गईं। स्कूल फिर से अपनी मनमर्जी से फीस बढ़ा रहे हैं। अरविंद केजरीवाल ने भी इस मुद्दे पर बयान दिया और कहा कि हमने 10 साल में फीस नहीं बढ़ने दी थी, लेकिन बीजेपी सरकार बनने के एक महीने के अंदर ही शिक्षा माफिया फिर से सक्रिय हो गया और फीस में 20 से 82 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो गई।