ठगी के नए हथकंडे: कभी ताला बनाने का बहाना, कभी तंत्र-मंत्र का लालच — होशियार रहें!

ग्वालियर में ठगों से रहें होशियार, कोई भी बहाना बनाकर आपके साथ कर सकते हैं लाखों की ठगी
ग्वालियर: शहर में ठग एक्टिव हो गए हैं, और बड़ी चालाकी से लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं। ये लोग अलग-अलग बहाने बनाकर लोगों को भरोसे में लेते हैं और फिर मौका मिलते ही उन्हें चूना लगा जाते हैं। ताज़ा मामलों को देखकर समझा जा सकता है कि ये ठग ताला-चाबी सुधारने से लेकर तंत्र-मंत्र से अमीर बनाने जैसे अजीब बहानों का सहारा ले रहे हैं। अब तक तीन ऐसे केस सामने आ चुके हैं, जिनमें लोगों से लाखों रुपए की ठगी हो चुकी है। शिकायतें पुलिस तक पहुंची हैं, एफआईआर भी हुई है, लेकिन अफसोस की बात यह है कि पुलिस अभी तक इन शातिर ठगों को पकड़ नहीं पाई है।
कैसे करते हैं ये ठग जाल में फंसाने का काम, पढ़िए तीन ताज़ा मामले:
केस 1: थाटीपुर के सिद्धार्थ नगर में रहने वाले 65 साल के रामप्रकाश सिंह की अलमारी का ताला खराब हो गया था। उसी वक्त पगड़ी बांधे दो लड़के उनके घर के बाहर से गुज़रे। उन्होंने खुद को ताला-चाबी सुधारने वाला बताया, तो रामप्रकाश जी ने उन्हें बुला लिया। वो घर में अकेले थे, इसलिए दोनों को अंदर आने दिया। लेकिन ताला बनाने के बहाने दोनों ने अंदर से 10 तोला के करीब सोने के गहने गायब कर दिए और निकल लिए।
केस 2: थाटीपुर के ही रहने वाले अजय जाटव को एक शख्स अवधेश तिवारी ने वीडियो दिखाकर तंत्र-मंत्र से पैसे दिलाने का लालच दिया। उसने कहा कि पूजा-पाठ के बाद पैसों की गड्डियां मिलेंगी। इस झांसे में अजय ने पूजा का सामान खरीदने के बहाने उसे करीब 7.5 लाख रुपये दे दिए। पैसे लेकर ठग फरार हो गया।
केस 3: महाराज बाड़े पर एक महिला पैदल जा रही थी, तभी एक किशोर आया और टीकमगढ़ का पता पूछने लगा। थोड़ी ही देर में एक युवक और एक लड़की भी वहां आ गए। इन्होंने महिला को नोटों की गड्डियां दिखाईं और बातों-बातों में उसके गहने उतरवा लिए। जब वह घर पहुंची और गड्डी खोलकर देखी, तो ऊपर तो 500 का नोट था, लेकिन अंदर सिर्फ कागज की कतरनें थीं।
अब सावधानी जरूरी: ये घटनाएं बता रही हैं कि ठग अब सीधे-सादे लोगों को बहुत चालाकी से निशाना बना रहे हैं। अगर कोई अजनबी किसी भी बहाने से घर में घुसने की कोशिश करे, या अमीर बनाने की झूठी बातें करे, तो सतर्क रहें और तुरंत पुलिस को सूचित करें। साथ ही, जरूरी है कि ऐसे मामलों को लेकर समाज में जागरूकता फैलाई जाए।