
अगर आप कम जोखिम के साथ अच्छा रिटर्न चाहते हैं तो गिल्ट फंड्स आपके लिए एक बढ़िया विकल्प हो सकते हैं। इन दिनों भारत और दुनिया के कई देशों में ब्याज दरें कम हो रही हैं, जिससे गिल्ट फंड्स और भी आकर्षक हो गए हैं।
गिल्ट फंड्स क्या हैं – गिल्ट फंड्स सरकारी बॉन्ड्स (जी-सेक) में निवेश करते हैं। क्योंकि ये बॉन्ड्स सरकार द्वारा जारी किए जाते हैं, इसलिए इनमें क्रेडिट जोखिम बहुत कम होता है। मतलब, आपको अपने पैसे वापस मिलने की पूरी उम्मीद रहती है। ये फंड्स केंद्र और राज्य सरकारों के बॉन्ड्स में निवेश करते हैं, जिससे आपको स्थिर रिटर्न मिलता है। अगर आप बैंक एफडी से ज़्यादा रिटर्न चाहते हैं, पर जोखिम उठाने का मन नहीं है, तो गिल्ट फंड्स आपके लिए सही विकल्प हो सकते हैं। इन फंड्स में कम से कम 80% निवेश जी-सेक में होना चाहिए।
गिल्ट फंड्स के फायदे:
1. स्थिर रिटर्न: ये फंड्स बैंक एफडी से भी ज़्यादा सुरक्षित रिटर्न देते हैं। एक साल से कम अवधि के गिल्ट फंड्स ब्याज दरों में बदलाव से भी कम प्रभावित होते हैं।
2. तरलता: आप जब चाहें इन फंड्स से पैसे निकाल सकते हैं। बैंक एफडी में ऐसा नहीं है, वहाँ समय से पहले पैसे निकालने पर जुर्माना लगता है।
3. लाभांश: कई गिल्ट फंड्स निवेशकों को लाभांश भी देते हैं, जो बैंक एफडी में नहीं मिलता।
4. SIP का विकल्प: आप हर महीने छोटी-छोटी रकम निवेश करके बड़ा फंड बना सकते हैं। बैंक एफडी में एकमुश्त निवेश करना पड़ता है।
5. टीडीएस में छूट: सालाना 50,000 रुपए से ज़्यादा आय होने पर भी गिल्ट फंड्स पर 10% टीडीएस नहीं लगता, जो बैंक एफडी में लगता है।
गिल्ट फंड्स में निवेश करने से पहले – अपनी जोखिम उठाने की क्षमता (Risk Tolerance) को समझें। विभिन्न गिल्ट फंड्स की तुलना करें और अपने लिए सबसे उपयुक्त फंड चुनें। लंबी अवधि के निवेश के लिए गिल्ट फंड्स बेहतर विकल्प हो सकते हैं, क्योंकि छोटी अवधि में ब्याज दरों के उतार-चढ़ाव का असर दिख सकता है।