मप्र में बिजली के दाम बढ़े, ई-रिक्शा चालकों और वाणिज्यिक उपभोक्ताओं पर भारी पड़ेगी महंगाई

जबलपुर: देशभर में बिजली के दाम 3.46 पैसे प्रति यूनिट बढ़ गए हैं, जो 1 अप्रैल 2025 से लागू होंगे। इस बढ़ोतरी का असर सभी वर्गों पर पड़ेगा, चाहे वो मध्यम वर्ग हो या फिर ई-रिक्शा चालक। बिजली कंपनियों ने विभिन्न श्रेणियों के लिए अलग-अलग दरें बढ़ाई हैं, जिसमें ई-रिक्शा चार्जिंग और उच्च दाब उपभोक्ताओं पर सबसे ज्यादा दबाव डाला गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि गरीब से लेकर अमीर तक हर कोई इस फैसले से प्रभावित होगा।
ई-रिक्शा चालकों पर सबसे ज्यादा असर
ई-रिक्शा चार्जिंग की दर में 24 पैसे की बढ़ोतरी हुई है। अब 6.90 रुपये से बढ़कर 7.14 रुपये प्रति यूनिट हो गई है। यह उन चालकों के लिए बड़ा झटका है, जो अपनी गाड़ी चार्ज करके अपनी रोजी-रोटी चलाते हैं। हालांकि, निजी इलेक्ट्रिक वाहन मालिकों को घरेलू कनेक्शन से चार्जिंग की सुविधा जारी रहेगी, लेकिन वाणिज्यिक इस्तेमाल के लिए नया कनेक्शन लेना जरूरी होगा।
उच्च दाब और वाणिज्यिक उपभोक्ताओं पर असर
- 33 केवी लाइन की दर अब 5.65 रुपये से बढ़कर 5.91 रुपये प्रति यूनिट हो गई है।
- वाणिज्यिक कनेक्शनों में 20 पैसे की बढ़ोतरी के साथ अब नई दर 6.30 रुपये से बढ़कर 6.50 रुपये प्रति यूनिट हो गई है।
- कृषि पंप (300-750 यूनिट) की दर में भी 18 पैसे का इजाफा हुआ है, जो अब 5.92 रुपये से बढ़कर 6.10 रुपये प्रति यूनिट हो गई है।
रात्रिकालीन छूट में बदलाव
औद्योगिक उपभोक्ताओं को रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक मिलने वाली 10% छूट में बदलाव किया गया है। अब आठ महीने तक 7.5% छूट मिलेगी, जबकि जून से सितंबर तक 10% छूट जारी रहेगी। बिजली मामलों के विशेषज्ञ राजेंद्र अग्रवाल का कहना है कि यह बढ़ोतरी 2025-26 में सभी वर्गों के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।