उज्जैन में दुल्हन ने दिया धोखा, महाराष्ट्र के युवक से शादी के बाद जेवर लेकर भागी

उज्जैन : शादी के दो दिन बाद ही दुल्हन भागने की फिराक में, दूल्हे ने पकड़ा, बड़ा फर्जीवाड़ा आया सामने उज्जैन के गायत्री नगर में रहने वाले अखिलेश पाटीदार की शादी 30 जनवरी को चिंतामण मंदिर में महाराष्ट्र के जलगांव की सोनाली पटेल से हुई थी। लेकिन शादी के महज दो दिन बाद ही दुल्हन जेवर और बाकी सामान समेटकर फरार होने की कोशिश कर रही थी। समय रहते दूल्हे को शक हुआ और उसने दुल्हन को रंगे हाथ पकड़ लिया। जब सच्चाई सामने आई, तो यह एक बड़े धोखाधड़ी के मामले के रूप में निकला। कैसे हुआ धोखाधड़ी का पर्दाफाश? अखिलेश की शादी काफी समय से नहीं हो रही थी, जिसके चलते उसने शादी कराने वाली महिला पुष्पा सोनी से संपर्क किया। पुष्पा ने जलगांव की बेबी बाई पाटिल से मिलवाया, जिसने सोनाली पटेल के बारे में बताया। शादी तय करने के लिए बेबी बाई ने साढ़े तीन लाख रुपये मांगे, जिसे अखिलेश ने दे दिया। इसके बाद सोनाली अपनी कथित मां (बेबी बाई) और कुछ लोगों के साथ उज्जैन पहुंची। 30 जनवरी को चिंतामण मंदिर में अखिलेश और सोनाली की शादी करा दी गई।
शादी के बाद भागने की योजना शादी के अगले ही दिन सोनाली घर से गहने और बाकी कीमती सामान समेटने लगी। वह मौके की तलाश में थी कि कब फरार हो जाए, लेकिन दूल्हे अखिलेश को इस पर शक हुआ और उसने तुरंत उसे पकड़ लिया। जब सख्ती से पूछताछ की गई, तो सोनाली ने कबूल किया कि वह शादी के बहाने सिर्फ जेवर और सामान लूटने आई थी। उसने यह भी बताया कि इस काम के लिए उसे पुष्पा सोनी ने 40 हजार रुपये देने का वादा किया था। इसके अलावा, वह पहले से शादीशु दा थी और जिस बेबी बाई को वह अपनी मां बता रही थी, असल में वह उसकी मां भी नहीं थी।पुलिस ने तीन दिन के रिमांड पर भेजा मामला पुलिस तक पहुंचा, तो जांच के बाद सोनाली, पुष्पा सोनी और बेबी बाई के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया गया। शनिवार को सोनाली को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। पुलिस को शक है कि यह एक बड़े गिरोह का हिस्सा हो सकता है, जो शादी के नाम पर लोगों से ठगी करता है। मामले की गहराई से जांच की जा रही है और आगे और भी खुलासे हो सकते हैं।