
फतेहगढ़ साहिब: मेडिकल ड्रग्स सप्लाई करने वाला गिरोह धराया, 6 लोग गिरफ्तार
फतेहगढ़ साहिब: पंजाब पुलिस ने मेडिकल ड्रग्स की तस्करी करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह के छह सदस्य गिरफ्तार किए गए हैं, जिनके पास से 2,56,846 नशीली गोलियां और कैप्सूल, 21,364 इंजेक्शन, 738 शीशियां, एक मोटरसाइकिल, स्कूटी और कार बरामद की गई है। यूपी, हरियाणा और पंजाब तक फैला था नेटवर्क
पुलिस जांच में पता चला कि यह गिरोह पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश तक फैला हुआ था। एसएसपी रवजोत ग्रेवाल ने बताया कि सीआईए स्टाफ सरहिंद ने इस गिरोह को पकड़ने में अहम भूमिका निभाई। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान इस तरह हुई है:
1. परविंदर सिंह – चोलटा खुर्द, थाना सदर, खरड़, मोहाली
2. साहिल – गांधी नगर, यमुनानगर (हरियाणा)
3. पंकज चौधरी – हिम्मतनगर, थाना सदर बाजार, सहारनपुर (उत्तर प्रदेश)
4. शुभम – हिम्मतनगर, थाना सदर बाजार, सहारनपुर (उत्तर प्रदेश)
5. शाहिद – मेरठ (उत्तर प्रदेश)
6. वसीम – डासना वसुरी गांव, गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश), फिलहाल मेरठ में रह रहा था
छापेमारी में भारी मात्रा में ड्रग्स बरामद पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह मेरठ, सहारनपुर और यमुनानगर से पंजाब तक नशे की खेप भेजता था। 27 जनवरी को थाना बड़ाली आला सिंह पुलिस ने परविंदर सिंह को 15 नशीले इंजेक्शनों के साथ पकड़ा। पूछताछ में पता चला कि वह खुद भी नशे का आदी था और इसकी सप्लाई करता था। परविंदर ने बताया कि वह साहिल से मेडिकल ड्रग्स लेकर फतेहगढ़ साहिब और मोहाली में बेचता था। इसी जानकारी के आधार पर पुलिस ने 29 जनवरी को साहिल को भी नशीले पदार्थों के साथ गिरफ्तार कर लिया। बिना लाइसेंस चला रहा था मेडिकल स्टोर जांच में खुलासा हुआ कि साहिल बिना लाइसेंस के “पहलवान सप्लीमेंट” नाम से मेडिकल स्टोर चला रहा था। इसी बहाने वह पंजाब और हरियाणा में ड्रग्स की सप्लाई करता था।
इसके बाद पुलिस को जानकारी मिली कि सहारनपुर में पंकज चौधरी और शुभम ने एक गोदाम किराए पर लिया था, जहां बड़ी मात्रा में नशे की खेप स्टोर की जाती थी। उत्तर प्रदेश पुलिस की मौजूदगी में 30 जनवरी को इस गोदाम पर छापा मारा गया, जहां से बड़ी संख्या में प्रतिबंधित दवाएं बरामद हुईं। मेरठ में चल रही थी अवैध ड्रग फैक्ट्री पंकज चौधरी से पूछताछ में पता चला कि वह मेरठ के अब्दुल से माल मंगवाता था। अब्दुल के दो साथी शाहिद और वसीम भी इस गोरखधंधे में शामिल थे। इसके बाद पुलिस ने मेरठ में उनके गोदाम पर छापा मारा, जहां अवैध तरीके से नशीली दवाएं बनाई जा रही थीं। पुलिस को वहां से भी बड़ी मात्रा में ड्रग्स बरामद हुईं और शाहिद व वसीम को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया। पहले भी हो चुके हैं गिरफ्तार एसएसपी डॉ. रवजोत ग्रेवाल ने बताया कि परविंदर, साहिल और वसीम के खिलाफ पहले भी कई मामले दर्ज हैं।** ये पहले भी पंजाब और हरियाणा के अलग-अलग थानों में नशा तस्करी के मामलों में पकड़े जा चुके हैं। फिलहाल पुलिस इस गिरोह से जुड़े और लोगों की तलाश कर रही है और जांच जारी है।