
पाकिस्तानी नागरिकों के मामले में बड़ा कदम: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने एक अहम फैसला लिया है। इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) ने दिल्ली में रह रहे लगभग 5000 पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान की है। दिल्ली पुलिस को दी गई इस लिस्ट के आधार पर इन नागरिकों को जल्द से जल्द भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है। इस आदेश के बाद देशभर के विभिन्न राज्यों में पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान करने के लिए कार्यवाही शुरू कर दी गई है। पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द गृह मंत्रालय (एमएचए) ने शुक्रवार को एक आदेश जारी किया जिसमें 27 अप्रैल 2025 से मेडिकल, डिप्लोमैटिक और लॉन्ग-टर्म वीजा (लॉन्ग टर्म वीजा) को छोड़कर अन्य सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने की घोषणा की। मौजूदा मेडिकल वीजा 29 अप्रैल 2025 के बाद अमान्य हो जाएंगे। हालांकि सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि हिंदू पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए एलटीवी (एलटीवी) वीजा वैध रहेंगे। दिल्ली में कहां रह रहे हैं पाकिस्तानी नागरिक? सूत्रों के अनुसार, दिल्ली के मजनू का टीला इलाके में लगभग 900 और सिग्नेचर ब्रिज के पास 600-700 पाकिस्तानी नागरिकों के रहने का अनुमान है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच और इंटेलिजेंस ब्यूरो को निर्देश दिया गया है कि वे इन नागरिकों के बारे में जानकारी इकट्ठा करें, उनका सत्यापन करें और आवश्यक कार्रवाई करते हुए उन्हें पाकिस्तान लौटने के लिए कहें।
सूची में कौन लोग शामिल हैं? फॉरेन रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस (एफआरआरओ) ने यह सूची दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच के साथ साझा की है, और संबंधित जिलों को सत्यापन के लिए भेजा गया है। इस सूची में दीर्घकालिक वीजा धारक हिंदू पाकिस्तानी नागरिकों के नाम भी शामिल हैं, जिन्हें विशेष छूट दी गई है। सख्त निगरानी और तेज कार्रवाई एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, इस मामले को लेकर दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई गई है। सेंट्रल और नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में पाकिस्तानी नागरिकों की संख्या सबसे अधिक पाई गई है। अधिकारियों के पास 3000 और 2000 पाकिस्तानी नागरिकों की दो अतिरिक्त सूचियाँ भी हैं, जिनमें कुछ नाम समान हैं। फिलहाल इनकी स्थिति की पुष्टि की जा रही है, क्योंकि कई नागरिक पहले ही भारत छोड़ चुके हैं। पहलगाम आतंकी हमले के बाद सख्ती पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने आतंकी गतिविधियों को लेकर अपनी सतर्कता बढ़ा दी है। दिल्ली सहित देशभर में विदेशी नागरिकों पर कड़ी नजर रखी जा रही है ताकि आंतरिक सुरक्षा से किसी भी प्रकार का समझौता न हो। यह हमलाः 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन घाटी में हुआ था, जहां चार आतंकवादियों ने लोगों का नाम पूछकर 26 लोगों की हत्या कर दी थी। इसके बाद से मोदी सरकार लगातार एक्शन में है।