क्या चोटिल ऋषभ पंत आखिरी दिन भी बल्लेबाजी कर पाएंगे? चौथे टेस्ट में टीम इंडिया की बढ़ी मुश्किलें

पंत की चोट के बावजूद टीम इंडिया का जोश बरकरार!-भारत बनाम इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे रोमांचक टेस्ट मैच में एक दिलचस्प मोड़ आया है। स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज़ ऋषभ पंत के पैर में चोट लगने के बावजूद, वो मैदान पर बल्लेबाज़ी करने के लिए तैयार हैं! यह खबर टीम इंडिया के बल्लेबाज़ी कोच, सितांशु कोटक ने दी है।
पंत का साहस और टीम का हौसला-पंत के दाहिने पैर में फ्रैक्चर होने के बाद भी उन्होंने दूसरे दिन शानदार अर्धशतक जमाया। हालांकि, चोट के कारण वो विकेटकीपिंग नहीं कर पाएंगे, लेकिन उनका बल्ले से कमाल दिखाने का जज़्बा काबिले तारीफ है। यह उनकी हिम्मत और टीम के हौसले की मिसाल है। यह दर्शाता है कि कैसे एक खिलाड़ी अपनी टीम के लिए कितना समर्पित हो सकता है, भले ही उसे कितनी भी तकलीफ़ क्यों न हो। पंत की इस बहादुरी से पूरी टीम को नई ऊर्जा मिली है और वो जीत के लिए पूरी ताकत से खेल रही है। उनके इस दृढ़ संकल्प ने दर्शकों को भी भावुक कर दिया है।
चौथे दिन का खेल: संघर्ष और उम्मीद-चौथे दिन के अंत तक भारत ने 174 रन बनाकर 2 विकेट गंवा दिए थे और इंग्लैंड से अभी भी 137 रन पीछे था। लेकिन केएल राहुल और शुभमन गिल की शानदार 174 रन की साझेदारी ने टीम को संभाल कर रखा। कोच कोटक ने दोनों बल्लेबाज़ों की तारीफ़ करते हुए कहा कि शुरुआती झटकों के बावजूद उन्होंने धैर्य और आत्मविश्वास से भरपूर खेल दिखाया। पांच दिन पुरानी पिच पर गेंद का उछाल और टर्न होना आम बात है, लेकिन उन्होंने शुरुआती ओवरों में संयम से खेलते हुए बाद में आक्रामक शॉट्स खेले।
गिल का बदला हुआ खेल: सोच और सफलता-कोच ने बताया कि शुभमन गिल का प्रदर्शन इस सीरीज़ में ऑस्ट्रेलिया दौरे से एकदम अलग है। उन्होंने अपने शॉट चयन और मानसिकता में बड़ा बदलाव किया है। अब वो सोच समझकर खेल रहे हैं कि किस गेंद पर शॉट लगाना है और किसको छोड़ना है। यह बदलाव उनके खेल में साफ़ दिखाई दे रहा है। टीम में नंबर तीन की पोजीशन को लेकर कोई चिंता नहीं है, भले ही इस पोज़ीशन पर कई खिलाड़ियों को आजमाया गया हो। गिल की इस नई सोच ने उन्हें सफलता दिलाई है और आगे भी सफलता की उम्मीद है।
इंग्लैंड की टीम भी मुश्किल में-इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स की फिटनेस भी एक बड़ी चिंता का विषय बन गई है। पहली पारी में शानदार शतक और 5 विकेट लेने के बाद, वो चौथे दिन गेंदबाज़ी नहीं कर पाए। मांसपेशियों में खिंचाव और ऐंठन की समस्या के कारण वो आराम कर रहे हैं। उम्मीद है कि आराम और फिजियोथेरेपी के बाद वो आखिरी दिन गेंदबाज़ी कर पाएंगे। अगर स्टोक्स गेंदबाज़ी नहीं कर पाए तो इंग्लैंड को रूट जैसे पार्ट-टाइम गेंदबाज़ों पर निर्भर रहना पड़ेगा, जिससे उनकी जीत की संभावना कम हो सकती है।

