हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर पकड़े गए दो युवक, नाबालिग लड़कियों को दिल्ली से बहला-फुसलाकर लाए थे

चारधाम यात्रा के चलते हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर इन दिनों सुरक्षा काफी सख्त है। इसी सतर्कता के दौरान रविवार को एक बड़ा मामला सामने आया, जब जीआरपी (राजकीय रेलवे पुलिस) के जवानों ने स्टेशन पर दो युवकों और दो लड़कियों को संदिग्ध हालात में बैठे देखा। पुलिस ने जब उन्हें रोका और पूछताछ शुरू की, तो दोनों युवक घबरा गए और जवाब देने से कतराने लगे।जीआरपी के जवानों को उनका व्यवहार संदिग्ध लगा, इसलिए चारों को थाने लाकर गहराई से पूछताछ की गई। तब जाकर पता चला कि ये दोनों लड़कियां नाबालिग हैं और दिल्ली की रहने वाली हैं। पुलिस के मुताबिक, दोनों युवकों ने लड़कियों को बहला-फुसलाकर घर से भगाया और हरिद्वार लेकर आए थे।थाना प्रभारी अनुज सिंह ने बताया कि शुरुआती जांच में सामने आया कि आरोपी युवक अलग धर्म के हैं और लड़कियों को एक धर्मशाला में ले जाकर ठहरे थे। स्टेशन पहुंचने के बाद वे सभी पुलिस की नजर में आ गए। फिलहाल चारों को हिरासत में लेकर जांच की जा रही है। ये मामला दिखाता है कि यात्रा सीजन में हरिद्वार जैसे धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर पुलिस की चौकसी किस तरह से अपराध पर लगाम लगाने में मददगार साबित हो रही है।
दिल्ली पुलिस को पहले से थी तलाश, हरिद्वार से किया गया युवकों को गिरफ्तार – जैसे ही हरिद्वार जीआरपी ने पाया कि ये लड़कियां नाबालिग हैं और दिल्ली से लापता हैं, उन्होंने तुरंत दिल्ली पुलिस को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही दिल्ली पुलिस की टीम हरिद्वार पहुंची और दोनों लड़कियों व युवकों को अपने कब्जे में ले लिया।थाना प्रभारी अनुज सिंह के मुताबिक, जांच में ये भी सामने आया कि इन दोनों युवकों के खिलाफ दिल्ली के छावला थाने में पहले से मामला दर्ज है। उन पर धारा 137(2) के तहत मुकदमा दर्ज है, जो कि नाबालिग को बहलाने-फुसलाने और भगाने से जुड़ा कानून है। दिल्ली पुलिस अब इन युवकों के खिलाफ पहले से दर्ज मुकदमे में आगे की कार्रवाई करेगी। साथ ही यह भी पता लगाने की कोशिश होगी कि क्या इनका किसी बड़े नेटवर्क से भी संबंध है, जो नाबालिग लड़कियों को फुसलाकर ले जाते हैं।यह मामला इसलिए भी गंभीर हो जाता है क्योंकि लड़कियों की उम्र कम है और उन्हें गैरकानूनी तरीके से राज्य की सीमा पार कर दूसरे राज्य में लाया गया। इससे साफ है कि दोनों युवकों की मंशा साफ नहीं थी और उनका इरादा किसी भी तरह से सही नहीं कहा जा सकता।
पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले, हरिद्वार बना ‘ट्रांजिट प्वाइंट’ यह पहली बार नहीं है जब हरिद्वार रेलवे स्टेशन से नाबालिग लड़की किसी संदिग्ध युवक के साथ पकड़ी गई हो। कुछ दिन पहले भी जीआरपी ने दिल्ली की एक अन्य किशोरी को एक युवक के साथ स्टेशन पर पकड़ा था। उस समय युवक के पास लाखों रुपये नगद भी बरामद हुए थे।इन घटनाओं से ये सवाल उठता है कि कहीं हरिद्वार धार्मिक नगरी होने के साथ-साथ अपराधियों के लिए सुरक्षित ट्रांजिट प्वाइंट तो नहीं बनता जा रहा? खासकर जब पुलिस की नजरों से बचकर ऐसे युवक यहां तक पहुंच जाते हैं और धर्मशालाओं में छुपकर रहते हैं।चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ जाती है और ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था पर भी अतिरिक्त दबाव होता है। लेकिन इसी भीड़भाड़ में कुछ लोग अपराध के इरादे से भी यहां आते हैं और पुलिस की सतर्कता न होती, तो ऐसे मामले शायद कभी सामने न आते।इसलिए ज़रूरत है कि धार्मिक पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा के इंतजामों को और मजबूत किया जाए। साथ ही रेलवे स्टेशन जैसी सार्वजनिक जगहों पर संदिग्धों की पहचान करने के लिए हाई-टेक सर्विलांस और मानव संसाधनों में बढ़ोतरी की जाए।