
हमें अक्सर दिन में खूब सारा पानी पीने की सलाह मिलती है, लेकिन क्या तुम्हें पता है कि हद से ज्यादा पानी पीना भी तुम्हारे लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है? पानी हमारे शरीर के लिए सबसे बड़ी जरूरत है। ये शरीर को ठंडा रखता है, जोड़ों को मजबूत करता है, और गंदगी बाहर निकालने में मदद करता है। हमें अक्सर दिन में खूब सारा पानी पीने की सलाह मिलती है, लेकिन क्या तुम्हें पता है कि हद से ज्यादा पानी पीना भी तुम्हारे लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है? हां, कम वक्त में बहुत सारा पानी पी लेने से वाटर टॉक्सिसिटी या वाटर पोइजनिंग जैसी हालत हो सकती है। वाटर टॉक्सिसिटी तब होती है जब शरीर एकदम से ढेर सारा पानी ले लेता है। जब शरीर में पानी की मात्रा जरूरत से ज्यादा हो जाती है, तो किडनी उसे खून से बाहर नहीं कर पाती। इससे खून में इलेक्ट्रोलाइट्स, खासकर सोडियम का बैलेंस गड़बड़ हो जाता है। शरीर की कोशिकाओं को ठीक काम करने के लिए इलेक्ट्रोलाइट्स चाहिए होते हैं। सोडियम का बैलेंस बिगड़ने से कोशिकाओं में पानी का फ्लो गलत हो जाता है, और कोशिकाएं फूलने लगती हैं।
ये दिमाग की कोशिकाओं के लिए बहुत खतरनाक हो सकता है। वाटर टॉक्सिसिटी के लक्षणों में सिरदर्द, उल्टी, थकान, कमजोरी, बेचैनी, झटके लगना, और कोमा तक की बात शामिल है। जरूरत से ज्यादा पानी पीने की ये परेशानी कुछ खास हालात में ज्यादा होती है, जैसे खिलाड़ी जो लंबी दौड़ लगाते हैं या बहुत एक्सरसाइज करते हैं। इसके अलावा कुछ दवाएं लेने वालों को भी ये दिक्कत हो सकती है। किडनी की परेशानी वाले लोगों को भी वाटर टॉक्सिसिटी का खतरा रहता है, क्योंकि उनकी किडनी ज्यादा पानी नहीं निकाल पाती। पानी शरीर के लिए जरूरी है, लेकिन इसका सही ढंग से लेना भी उतना ही जरूरी है। वाटर टॉक्सिसिटी से बचने के लिए कुछ आसान तरीके हैं, जैसे अपने शरीर की जरूरत के हिसाब से पानी पीना। आम तौर पर एक हेल्दी बड़े को दिन में 2 से 3 लीटर पानी पीने को कहते हैं। एक्सरसाइज करते वक्त पसीने के हिसाब से पानी पियो। प्यास का इंतजार मत करो, लेकिन एक साथ ढेर सारा पानी मत पी लो। गर्मी में या एक्सरसाइज के बाद इलेक्ट्रोलाइट्स वाली ड्रिंक ले सकते हो। अगर तुम्हें लगे कि वाटर टॉक्सिसिटी के लक्षण दिख रहे हैं, तो झट से डॉक्टर से मिलो।
पानी का सेहत से कनेक्शन
पानी हमारे शरीर के लिए बहुत बड़ी चीज है। ये तापमान सही रखता है, जोड़ों को मजबूत करता है, लेकिन ज्यादा हो जाए तो परेशानी भी ला सकता है।
ज्यादा पानी की मुश्किल
थोड़े वक्त में ढेर सारा पानी पीने से वाटर टॉक्सिसिटी हो सकती है। किडनी उसे संभाल नहीं पाती और सोडियम का लेवल गड़बड़ हो जाता है।
लक्षण जो चौंकाते हैं
सिरदर्द, उल्टी, कमजोरी से लेकर झटके और कोमा तक—ये सब ज्यादा पानी की वजह से हो सकता है, खासकर दिमाग के लिए खराब।
सही ढंग से पानी पियो
अपने हिसाब से 2-3 लीटर पानी लो। एक्सरसाइज में पसीने को देखो, प्यास का इंतजार मत करो, पर एकदम ढेर सारा मत पियो—संतुलन रखो।