बिलासपुर में ऑनलाइन ठगों का आतंक: एडिशनल एसपी बनकर पुलिस अफसर से ठगे 35 हजार, अधेड़ से उड़े 4.5 लाख

पुलिस वाले भी नहीं बचे ठगों के चंगुल से! आम आदमी के लिए क्या है खतरा?-देश में ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, और अब तो ठग सीधे पुलिसवालों को भी अपना निशाना बना रहे हैं! जी हाँ, आपने सही सुना, पुलिस अधिकारी भी ठगी का शिकार हो रहे हैं। हाल ही में बिलासपुर में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है, जहाँ एक ठग ने खुद को रायपुर का एडिशनल एसपी बताकर एक एएसआई को 35 हजार रुपये की ठगी कर ली।
कैसे हुई ठगी?-ठग ने एएसआई को फोन करके बताया कि रायपुर में एक चोर पकड़ा गया है और उसका साथी बिलासपुर में चोरी का सोना बेचने आ रहा है। उसने एएसआई से कहा कि वे ग्राहक बनकर सोना खरीदने का नाटक करें ताकि चोर को रंगे हाथों पकड़ा जा सके। इस झांसे में आकर एएसआई ने QR कोड के जरिये 35 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। पैसे भेजने के बाद जब एएसआई ने ठग को वापस कॉल किया तो नंबर बंद मिला। तब उन्हें समझ आया कि वे ठगी का शिकार हो गए हैं।
आम लोग भी हैं निशाने पर-सिर्फ पुलिसवाले ही नहीं, आम लोग भी ठगों के निशाने पर हैं। सकरी थाना क्षेत्र में एक अधेड़ व्यक्ति से पुलिस कार्रवाई की धमकी देकर 4.5 लाख रुपये ऐंठ लिए गए। पीड़ित ने शिकायत दर्ज कराई और पुलिस ने 2.5 लाख रुपये होल्ड भी करवा दिए हैं।
कैसे बचे ठगी से?-जब ठग पुलिसवालों को भी धोखा दे सकते हैं तो आम लोगों को और भी ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। किसी भी अनजान कॉल पर अपनी निजी जानकारी या पैसे ट्रांसफर करना खतरनाक हो सकता है। ऐसे मामलों में तुरंत पुलिस को सूचित करें और FIR दर्ज कराएँ। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध कॉल या मैसेज पर विश्वास न करें, खासकर जब कोई खुद को सरकारी अधिकारी या पुलिसवाला बताकर पैसे मांगे। ऐसे मामलों में तुरंत नजदीकी थाने में शिकायत दर्ज कराएँ।