एसबीआई से लोन लेना हुआ महंगा, फिर बढ़ाया गया MCLR Rate
नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई)ने 78वां स्वतंत्रता दिवस के दिन लोनधारकों को झटका दे दिया था। दरअसल, बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड-बेस्ड लेंडिंग रेट में बढ़ोतरी की घोषणा की है। बैंक ने बताया कि एमसीएलआर में 10 बेसिस प्वाइंट (0.1 फीसदी प्वाइंट) का इजाफा किया गया है।
एमसीएलआर में बढ़ोतरी हो जाने के बाद अब लोन महंगा हो जाएगा। आपको बता दें कि लगातार तीसरी बार स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने एमसीएलआर की दरों में बढ़ोतरी की है। एसबीआई की वेबसाइट पर पोस्ट की गई जानकारी के अनुसार पिछले एक साल की अवधि का एमसीएलआर 8.85 प्रतिशत की पिछली दर के मुकाबले 8.95 प्रतिशत अधिक आंका गया है। एमसीएलआर रेट का इस्तेमाल ऑटो लोन , पर्सनल लोन जैसे लोन की ईएमआई तय करने के लिए किया जाता है।
एमसीएलआर की नई दरें
- तीन साल के लिए MCLR दर 9 फीसदी से बढ़कर 9.10 फीसदी हो गया।
- दो सास के लिए MCLR रेट 8.95 फीसदी से बढ़कर 9.05 फीसदी हो गया।
- एक महीने के लिए MCLR रेट 8.35 फीसदी से बदलकर 8.45 फीसदी हो गई।
- तीन महीने के लिए MCLR दर 8.40 फीसदी से बढ़कर 8.50 फीसदी हो गई।
- छह महीने के लिए MCLR रेट 8.85 फीसदी हो गया, जो 8.75 फीसदी था।
- ओवरनाइट टेन्योर के लिए MCLR दर 8.20 फीसदी हो गई, जो 8.10 फीसदी थी।
बैंक ने बताया कि नई दरें 15 अगस्त 2024 से लागू हो गई हैं।
RBI एमपीसी बैठक में इस बार भी रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला लिया गया था। रेपो रेट 6.5 फीसदी पर स्थिर है। एमपीएस बैठक के फैसलों के बाद एसीबीआई ने MCLR की दरों में बदलाव किया है।