
चंडीगढ़: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद श्रीनगर जाने वाले यात्रियों के बीच डर और नाराज़गी साफ तौर पर दिख रही है। गुरुवार सुबह चंडीगढ़ से श्रीनगर के लिए निर्धारित इंडिगो की दोनों फ्लाइट्स में काफी संख्या में यात्रियों ने अपनी टिकटें रद्द कर दीं। वहीं, श्रीनगर से चंडीगढ़ आने वाली फ्लाइट्स में यात्रियों की संख्या पहले की तरह पूरी भरी रही। कई यात्रियों ने टिकटें कैंसिल कीं सुबह 9:45 बजे चंडीगढ़ से उड़ान भरने वाली इंडिगो की फ्लाइट 6E 6056 में कुल 180 सीटें थीं, जिनमें से 125 यात्रियों ने ही यात्रा की, जबकि 55 लोगों ने डर और असमंजस के कारण अपनी टिकटें रद्द कर दीं। इसी तरह दोपहर 1:05 बजे रवाना हुई फ्लाइट 6E 6871 में भी 180 सीटें थीं, जिनमें से 140 यात्रियों ने सफर किया और बाकी 40 लोगों ने टिकटें कैंसिल कर दीं।
उधर, श्रीनगर से चंडीगढ़ आने वाली दोपहर 12:05 बजे की फ्लाइट 6E 6015 और शाम 4:05 बजे की फ्लाइट 6E 229 पूरी तरह भरी हुई थीं। अभी श्रीनगर जाने का मन नहीं है जिन लोगों ने टिकटें रद्द की हैं, वे सुरक्षा को लेकर चिंता जता रहे हैं और कह रहे हैं कि पहलगाम-श्रीनगर रूट पर लगातार हो रही आतंकी घटनाओं के चलते मन में डर बना हुआ है। एक बुज़ुर्ग यात्री ने नाम ना बताने की शर्त पर बताया कि हमें जाना तो था, लेकिन सुरक्षा के हालात देखकर हिम्मत नहीं हुई। मजबूरी में टिकट रद्द करनी पड़ी।
यात्रियों के साथ ‘कुंभ’ जैसा धोखा ना हो एयर इंडिया के रिटायर्ड स्टेशन हेड (चंडीगढ़ रीजन) एम.आर. जिंदल ने कहा कि लोग पहले से ही डरे हुए हैं, ऐसे में सरकार को चाहिए कि एयरलाइंस के किराए पर नजर रखे, ताकि फ्लेक्सी फेयर के नाम पर यात्रियों की जेबें न काटी जाएं। उन्होंने कहा कि भले ही टिकट रद्द होने से एयरलाइंस को नुकसान हो, लेकिन वो इसका बोझ श्रीनगर से लौटने वाले यात्रियों पर ना डालें। उन्होंने याद दिलाया कि पहले कुंभ मेले के दौरान चंडीगढ़ से लखनऊ के लिए किराया पांच गुना तक बढ़ा दिया गया था, ऐसा अब दोबारा नहीं होना चाहिए।