
पंजाब में भ्रष्टाचार विरोधी कार्रवाई: AAP विधायक रमन अरोड़ा गिरफ्तार
7 घंटे की पूछताछ के बाद बड़ी कार्रवाई-पंजाब के राजनीतिक गलियारों में भूचाल लाते हुए, आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक रमन अरोड़ा को विजिलेंस विभाग ने गिरफ्तार कर लिया है। लगभग साढ़े सात घंटे तक चली कड़ी पूछताछ के बाद देर रात यह कार्रवाई अंजाम दी गई। यह मामला भ्रष्टाचार से जुड़ा है, और अरोड़ा के खिलाफ़ कई महीनों से शिकायतें आ रही थीं। गिरफ्तारी से पहले ही यह अंदाज़ा लगाया जा रहा था कि सरकार ने पहले से ही एक्शन प्लान बना रखा है।
मेडिकल जांच और कड़ी सुरक्षा-गिरफ्तारी के तुरंत बाद, रमन अरोड़ा को मेडिकल जांच के लिए जालंधर के सिविल अस्पताल ले जाया गया। रात लगभग 12 बजे डॉक्टर सिमरन कौर की देखरेख में उनकी जांच हुई। पूरी प्रक्रिया बेहद गोपनीयता और कड़ी सुरक्षा के साथ पूरी की गई। विजिलेंस टीम ने यह सुनिश्चित किया कि किसी भी तरह की अव्यवस्था न हो।
सरकारी सुरक्षा हटाने के बाद बढ़े थे संकेत-कुछ दिन पहले ही रमन अरोड़ा की सरकारी सुरक्षा वापस ले ली गई थी, जिससे यह अंदाज़ा लगाया जा रहा था कि उनके खिलाफ़ कोई बड़ी कार्रवाई हो सकती है। अब उनकी गिरफ्तारी से यह साफ़ हो गया है कि सरकार पहले से ही इस मामले पर नज़र रखे हुए थी और एक्शन मोड में थी।
नोटिस भेजकर वसूली का आरोप-अरोड़ा पर गंभीर आरोप हैं कि वह नगर निगम अधिकारियों के साथ मिलकर आम लोगों को फर्जी नोटिस भेजते थे और फिर उन नोटिसों को वापस लेने के एवज़ में भारी रकम वसूलते थे। यह पूरा मामला एक संगठित रैकेट की तरह चल रहा था, जिससे आम जनता परेशान थी और इसकी शिकायतें लगातार सरकार तक पहुँच रही थीं।
तीसरा विधायक जिन पर गिरी भ्रष्टाचार की गाज-इस गिरफ्तारी से यह साफ़ संदेश गया है कि भ्रष्टाचार के मामलों में अब कोई भी बख्शा नहीं जाएगा। रमन अरोड़ा पंजाब के तीसरे विधायक हैं जिन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। सरकार का कहना है कि यह कानून के समान लागू होने का संदेश है।
राजनीतिक हलचल-रमन अरोड़ा की गिरफ्तारी से पंजाब की राजनीति में हलचल मच गई है। विपक्ष सवाल उठा रहा है, जबकि सरकार इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ़ एक कड़ा कदम बता रही है। अब देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या होता है और अरोड़ा के खिलाफ़ क्या कार्रवाई होती है।