MP के दिग्गज नेता वीरेंद्र रघुवंशी का कांग्रेस से इस्तीफा, क्या वाकई सिर्फ स्वास्थ्य कारण?

मध्य प्रदेश में सियासी भूचाल: वीरेंद्र रघुवंशी का कांग्रेस से इस्तीफा!-मध्य प्रदेश की राजनीति में एक बड़ा उलटफेर देखने को मिला है जब वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और कोलारस के पूर्व विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने ये इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी को सौंपा और सोशल मीडिया पर भी इसकी जानकारी दी। हालांकि, उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएँ जोरों पर हैं।
राजनीतिक पारी का नया मोड़-वीरेंद्र रघुवंशी का राजनीतिक जीवन काफी रंगीन रहा है। वे पहले भी कांग्रेस और बीजेपी में रह चुके हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया के विरोधी माने जाने वाले रघुवंशी कई बार पार्टी में अकेले भी पड़ गए थे। इसलिए, उनका अचानक इस्तीफा, क्या सिर्फ स्वास्थ्य कारणों से है या कुछ और, ये सवाल सबके मन में है।
मुरैना की बहस: क्या यही है असली वजह?-खबरों के मुताबिक, हाल ही में मुरैना में हुए एक कांग्रेस कार्यक्रम में रघुवंशी की विधायक पंकज उपाध्याय और अन्य नेताओं से ज़बरदस्त बहस हुई थी। इसके बाद से ही उनकी नाराजगी की चर्चाएँ तेज हो गई थीं। यह बहस उनके इस्तीफे का एक बड़ा कारण हो सकती है।
स्वास्थ्य या राजनीति: क्या है सच्चाई?-रघुवंशी ने स्वास्थ्य कारणों का ज़िक्र किया है, लेकिन पार्टी के हालात और हालिया विवाद सबको संदेह में डाल रहे हैं। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यह इस्तीफा कांग्रेस की आंतरिक कलह को दर्शाता है। हालांकि, रघुवंशी ने अभी तक कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है।
कांग्रेस का क्या होगा रुख?-सबकी नज़रें अब कांग्रेस पर हैं कि वह इस इस्तीफे पर क्या रवैया अपनाती है। क्या पार्टी इसे सामान्य स्वास्थ्य कारण मान लेगी या गंभीरता से लेगी? एक वरिष्ठ नेता का इस तरह इस्तीफा देना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है।
नई राजनीतिक पारी की शुरुआत?-चुनावों से पहले यह इस्तीफा कई सवाल खड़े करता है। क्या रघुवंशी किसी नई राजनीतिक राह पर चलने वाले हैं? क्या असली वजह स्वास्थ्य है या पार्टी से असंतोष? इन सवालों के जवाब आने वाले समय में मिलेंगे, लेकिन कांग्रेस के लिए यह एक गंभीर चेतावनी है।