इंग्लैंड में KL राहुल का धमाका: इंडिया ए के लिए ठोका शतक, ध्रुव जुरेल और करुण नायर भी चमके

इंडिया ए का इंग्लैंड दौरा धीरे-धीरे दिलचस्प होता जा रहा है। शुक्रवार, 6 जून को नॉर्थेम्पटन के मैदान पर जब इंडिया ए और इंग्लैंड लायंस के बीच दूसरा अनऑफिशियल टेस्ट मैच शुरू हुआ, तो सभी की निगाहें KL राहुल पर थीं। और उन्होंने उम्मीदों पर खरा उतरते हुए एक शानदार शतक जड़ दिया। IPL के थकान भरे सीजन के तुरंत बाद इंग्लैंड पहुंचकर राहुल ने जिस अंदाज में बल्लेबाज़ी की, उसने न सिर्फ उनके क्लास को फिर से साबित किया बल्कि टेस्ट टीम में अपनी वापसी के लिए भी मजबूत दावा पेश किया।
KL राहुल जब बल्लेबाज़ी करने उतरे तो पिच पर ज्यादा उछाल नहीं थी लेकिन शुरुआत में इंग्लिश गेंदबाज़ों की लाइन-लेंथ सख्त थी। लेकिन जैसे-जैसे राहुल की आंखें पिच पर जमती गईं, वैसे-वैसे उनके शॉट्स में आत्मविश्वास भी लौटता गया। उन्होंने 168 गेंदों में 15 चौके और एक छक्के की मदद से 116 रनों की शानदार पारी खेली। ये सिर्फ एक शतक नहीं था, बल्कि एक बयान था — कि राहुल अब पूरी तरह फिट हैं, और वो टेस्ट क्रिकेट में फिर से अपनी जगह लेने को तैयार हैं।इस पारी में उनका फुटवर्क गज़ब का था, खासकर स्पिनर्स के खिलाफ उन्होंने कुछ बेहतरीन ड्राइव्स लगाए। तेज गेंदबाजों के सामने उनका डिफेंस मजबूत दिखा और जब भी मौका मिला, राहुल ने गेंद को बाउंड्री तक पहुंचाने में देर नहीं की। यही वजह रही कि उन्होंने किसी भी समय पिच पर दबाव महसूस नहीं होने दिया।
राहुल की इस पारी की खास बात ये भी रही कि उन्होंने बड़ी चालाकी से स्ट्राइक रोटेट की और साथी बल्लेबाजों को भी रिद्म में लाने में मदद की। टीम मैन की तरह खेलते हुए उन्होंने न सिर्फ अपने लिए, बल्कि इंडिया ए की पूरी बल्लेबाजी के लिए मंच तैयार किया। जहां एक तरफ KL राहुल की चमकती हुई पारी headlines में रही, वहीं ध्रुव जुरेल और करुण नायर ने भी अहम भूमिका निभाई। ध्रुव जुरेल ने 87 गेंदों में 52 रन की ठोस पारी खेली, जिसमें उन्होंने मौके के मुताबिक आक्रामकता और धैर्य दोनों का प्रदर्शन किया। ध्रुव को पिछले मैच से ही एक ज़िम्मेदार विकेटकीपर-बल्लेबाज़ के तौर पर देखा जा रहा है और इस पारी से उन्होंने साबित कर दिया कि वो दबाव झेलने में सक्षम हैं। करुण नायर, जिन्होंने पिछले मुकाबले में दोहरा शतक जड़ा था, इस मैच में भी अच्छी लय में नजर आए। उन्होंने 71 गेंदों में 40 रन बनाए। उनकी बल्लेबाज़ी में आत्मविश्वास और अनुभव की झलक साफ दिखी। हर बार की तरह उन्होंने अपनी क्लास को दिखाया, खासकर ऑफ साइड में उनका टाइमिंग देखते ही बनता था। नायर के लिए यह सीरीज़ खुद को टेस्ट क्रिकेट के दरवाज़े पर दोबारा खड़ा करने का मौका है और वो इस मौके को पूरी तरह भुनाने में लगे हैं।
कप्तान अभिमन्यु ईश्वरन फिर हुए नाकाम, चयनकर्ता होंगे परेशान – अगर किसी एक खिलाड़ी का प्रदर्शन इस मैच में निराशाजनक रहा, तो वो थे कप्तान अभिमन्यु ईश्वरन। नंबर तीन पर बल्लेबाज़ी करने आए ईश्वरन सिर्फ 11 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। पिछले मैच में भी उन्होंने पहली पारी में रन नहीं बनाए थे, हालांकि दूसरी पारी में उन्होंने 68 रन जरूर जड़े थे। लेकिन इस बार एक बार फिर उनका फेल होना टेस्ट टीम में उनके मौके को कमजोर करता है। ईश्वरन कई सालों से इंडिया ए के लिए लगातार खेलते आ रहे हैं और हर सीज़न उन्हें संभावित टेस्ट सलामी बल्लेबाजों की लिस्ट में शामिल किया जाता है। लेकिन मौके मिलने पर उनका बार-बार असफल होना चयनकर्ताओं के लिए चिंता का कारण बन सकता है। ये बात साफ है कि इस इंग्लैंड दौरे पर कई खिलाड़ी अपनी वापसी या टेस्ट डेब्यू की उम्मीद में हैं और हर पारी का प्रदर्शन उनके भविष्य को प्रभावित करेगा। ऐसे में ईश्वरन का यह लगातार खराब प्रदर्शन उन्हें पीछे धकेल सकता है।
पहले दिन का हाल इंडिया ए का स्कोर मजबूत, वोक्स ने किए झटके – पहले दिन का खेल खत्म होने तक इंडिया ए ने 83 ओवर में 7 विकेट पर 319 रन बना लिए थे। यह स्कोर काफी संतुलित कहा जा सकता है, जहां टॉप ऑर्डर के कुछ बल्लेबाजों ने फेल किया, वहीं मिडिल ऑर्डर ने ज़िम्मेदारी दिखाई। इंग्लैंड लायंस के लिए क्रिस वोक्स ने सबसे अच्छी गेंदबाज़ी की, उन्होंने 3 अहम विकेट निकाले। जॉर्ज हिल को भी दो सफलताएं मिलीं। लेकिन कुल मिलाकर देखा जाए तो पहले दिन का पलड़ा इंडिया ए के पक्ष में रहा। टीम ने एक ऐसी स्थिति बनाई है जहां अब निचले क्रम के बल्लेबाज अगर कुछ देर टिके रहे, तो यह स्कोर 400 के पार जा सकता है। इससे गेंदबाजों को भी एक अच्छा लक्ष्य मिलेगा, खासकर तब जब दूसरे दिन गेंदबाज़ी की शुरुआत फ्रेश विकेट और नई गेंद से होगी।