आईटीएम यूनिवर्सिटी ने विश्व युवा कौशल दिवस मनाया
रायपुर:आईटीएम यूनिवर्सिटी ने विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित रंगोली कलाकार श्री प्रमोद साहू के नेतृत्व में एक प्रेरक सत्र का आयोजन किया। इस वर्ष के कार्यक्रम में युवा बेरोजगारी और अल्परोजगार से निपटने में कौशल विकास की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया गया।
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मुख्य श्रोतागण विषम सेमेस्टर के पार्श्व छात्र थे, जो श्री साहू के प्रेरक भाषण को सुनने के लिए एकत्र हुए थे। जाने-माने हाइपर रियलिस्टिक रंगोली कलाकार और छपाक इंस्टीट्यूट ऑफ आर्ट एंड डिजाइन के संस्थापक श्री प्रमोद साहू को कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं।
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उद्घाटन सत्र में स्कूल ऑफ कॉमर्स, मैनेजमेंट एंड रिसर्च (एससीएमआर) के प्रोफेसर और प्रमुख डॉ. यासीन शेख ने आज की दुनिया में कौशल के महत्व पर प्रकाश डाला और महानिदेशक सुश्री लक्ष्मी मूर्ति को समय-समय पर कौशल और रोजगार आधारित सत्र और बहुआयामी कार्यक्रम आयोजित करने के लिए उनकी प्रेरणा और समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया।
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अतिथि वक्ता श्री साहू ने अपनी प्रेरक जीवन यात्रा साझा की, जिसमें उन्होंने अपने सामने आने वाली चुनौतियों और लक्ष्य निर्धारण तथा कल्पना के माध्यम से उनसे कैसे पार पाया, के बारे में विस्तार से बताया। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के प्रसिद्ध कथन, “छोटा लक्ष्य अपराध है; बड़ा लक्ष्य रखें” के महत्व पर जोर देते हुए, श्री साहू ने छात्रों को महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित करने और अनुशासन तथा समर्पण के साथ उनका पीछा करने के लिए प्रोत्साहित किया।
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उन्होंने छोटे से शुरू करने और धैर्य रखने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला, यह देखते हुए कि सफलता एक क्रमिक प्रक्रिया है जो निरंतर प्रयास की मांग करती है। लक्ष्य निर्धारण और कल्पना पर उनकी अंतर्दृष्टि ने छात्रों को अमूल्य सबक प्रदान किए। कार्यक्रम का संचालन एससीएमआर के प्रो. जॉयदीप बनर्जी ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. मीनल उप्रेती ने किया। कार्यक्रम के दौरान स्कूल ऑफ लाइफ एंड एलाइड साइंसेज के प्रोफेसर और प्रमुख डॉ. रूपेश ठाकुर, प्रो. राजेश उबाले, डॉ. भावना प्रजापति, डॉ. खुशबू साहू और अन्य संकाय सदस्य मौजूद थे।
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