मां के लिए शब्द नहीं, जज़्बात चाहिए – जानिए क्यों मदर्स डे पर शायरी होती है सबसे खास तोहफा

हर साल मई के दूसरे रविवार को मनाया जाने वाला मदर्स डे एक ऐसा मौका होता है जब हम अपनी मां को महसूस करा सकते हैं कि वो हमारे लिए कितनी कीमती हैं। चाहे कितनी भी व्यस्त दिनचर्या क्यों न हो, इस दिन को मां के नाम करना और उन्हें स्पेशल फील कराना हर बच्चे की जिम्मेदारी बन जाती है।
1. मां: हमारी पहली टीचर और सबसे पहली दोस्त – जिंदगी की पहली टीचर होती है मां,जिंदगी की पहली दोस्त होती है मां, जिंदगी भी मां क्योंकि, जिंदगी देने वाली भी होती है मां।
2. मां का रिश्ता सिर्फ खून का नहीं, रूह का होता है – रूह के रिश्तों की यह गहराइयां तो देखिए, चोट लगती है हमें और चिल्लाती है मां, हम खुशियों में मां को भले ही भूल जाएं, जब मुसीबत आ जाए तो याद आती है मां।
3. कब बड़े हो गए, ये तो मां की ममता में पता ही नहीं चला – घुटनों से रेंगते –रेंगते कब, पैरों पर खड़ा हो गया, मां तेरी ममता की छांव में, न जाने कब बड़ा हो गया !
4. मां की दुआओं में छुपी होती है हमारी पूरी दुनिया – हमारे कुछ गुनाहों की सज़ा भी साथ चलती है, हम अब तन्हा नहीं चलते दवा भी साथ चलती है, अभी ज़िन्दा है मां मेरी मुझे कुछ भी नहीं होगा, मैं जब घर से निकलता हूं दुआ भी साथ चलती है।
5. मां की मुस्कान, हर ग़म को भुला देती है – लाखों दुख हों, फिर भी खुशी से भर जाऊं, मां की मुस्कान देख, हर गम भूल जाऊं।
6. मां – जो हमारे हिस्से में आई सबसे बड़ी दौलत है – किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकान आई, मैं घर में सबसे छोटा था मेरे हिस्से में मां आई।