International News : अमेरिका ने सीरिया और इराक में की एयर स्ट्राइक, 40 आतंकी ढेर
वाशिंगटन। अमेरिका ने अपनी 3 जवानो की मौत का बदला लेने के लिए शनिवार को इराक और सीरिया में ईरान समर्थित मिलीशिया (सशस्त्र संगठनों) के 85 से ज्यादा ठिकानों पर हवाई हमले किए। इन हमलों में करीब 40 लोग मारे गए हैं। इन हमलों के लिए अमेरिकी सेना ने बी-1 बमवर्षक विमानों का भी इस्तेमाल किया। इसके अतिरिक्त मिसाइल प्रहार भी किए गए। अमेरिका ने साफ कर दिया है कि यह शुरुआत है, आने वाले दिनों में भी हमले जारी रहेंगे। गाजा में जारी इजरायली हमलों के बीच अमेरिका की कार्रवाई से पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ गया है। अमेरिकी सेना के लेफ्टिनेंट जनरल डगलस सिम्स ने बताया है कि सीरिया और इराक में सशस्त्र संगठनों को शस्त्रागारों को भी निशाना बनाया गया, इसके चलते वहां रखे हथियार और गोला-बारूद नष्ट हुए हैं। अमेरिकी कार्रवाई के काफी देर बाद तक इन शस्त्रागारों में धमाके होते रहे। अमेरिकी कार्रवाई में इराक में 16 लड़ाके मारे गए और 23 घायल हुए हैं, इराक सरकार ने इसकी निंदा की है। जबकि सीरिया में 23 लड़ाके मारे गए हैं। अमेरिकी कार्रवाई के बाद ईरान के राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी ने कहा है कि हम युद्ध की शुरुआत नहीं करेंगे लेकिन किसी ने हमला किया तो उसका मजबूती से जवाब देंगे। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, अमेरिकी हमलों से क्षेत्र में तनाव और अस्थिरता बढ़ी है। इजरायल और अमेरिका की गलतियों से गाजा के बाद लेबनान, यमन, सीरिया और इराक में टकराव शुरू हो गया है। सीरिया के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि अमेरिका क्षेत्र को अशांत करने का खतरनाक कार्य कर रहा है।
जबकि अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड आस्टिन ने कहा है कि हम मध्य-पूर्व या अन्य कहीं टकराव नहीं चाहते हैं लेकिन अमेरिकी सैनिकों पर हमले को बर्दाश्त नहीं करेंगे। ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड और उससे जुड़े संगठनों के खिलाफ अमेरिकी कार्रवाई की यह शुरुआत है। ताजा कार्रवाई राष्ट्रपति जो बाइडन के निर्देश पर की गई है। ब्रिटेन ने अमेरिकी कार्रवाई के समर्थन की घोषणा की है।