
चंडीगढ़: राज्य सरकार ने स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग के कर्मचारियों को नए साल के पहले महीने में एक बड़ी राहत दी है। डॉक्टरों की लंबे समय से चली आ रही पदोन्नति की मांग को पूरा करते हुए सरकार ने इसके लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। डॉक्टरों के लिए नई पदोन्नति योजना स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सा अधिकारियों के लिए संशोधित मोडिफाई एश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन (एमएसीपी) योजना को मंजूरी दी गई है। इस योजना के तहत डॉक्टरों को उनकी सेवा के दौरान वेतन में वृद्धि का लाभ मिलेगा।
इससे पहले कांग्रेस सरकार ने इस योजना को रोक दिया था, लेकिन अब आम आदमी पार्टी की सरकार ने डॉक्टरों की यह मांग पूरी कर दी है। अब डॉक्टरों को शुरुआती वेतन 56,100 रुपये प्रति माह मिलेगा। 5 साल की सेवा के बाद यह बढ़कर 67,400 रुपये, 10 साल की सेवा के बाद 83,600 रुपये और 15 साल की सेवा के बाद 1,22,800 रुपये प्रति माह हो जाएगा।
यह योजना उन अधिकारियों के लिए लागू होगी, जिन्होंने 17 जुलाई 2020 से पहले नियुक्ति ली थी और जो पंजाब सिविल सेवा (संशोधित वेतन) नियम, 2021 के तहत वेतन पा रहे थे।
महंगाई भत्ते में 33 प्रतिशत बढ़ोतरी यह योजना 1 जनवरी 2025 से प्रभावी होगी। इसके अलावा, स्कूल शिक्षा विभाग ने पीआईसीटीईएस (PICTES) में कार्यरत कंप्यूटर शिक्षकों के महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी को मंजूरी दी है। वित्त विभाग ने पीआईसीटीईएस के सभी नियमित कर्मचारियों के लिए 33 प्रतिशत अतिरिक्त महंगाई भत्ता जारी करने का निर्णय लिया है।
इससे वर्तमान डीए 148 प्रतिशत से बढ़कर 181 प्रतिशत हो जाएगा। यह बढ़ोतरी भी 1 जनवरी 2025 से लागू होगी और जनवरी के वेतन में इसका भुगतान किया जाएगा। महिलाओं को 1000 रुपये मिलने की घोषणा इससे पहले मुख्यमंत्री भगवंत मान ने महिलाओं को हर महीने 1000 रुपये देने की घोषणा की थी। यह वादा 2022 के विधानसभा चुनावों के दौरान आम आदमी पार्टी ने किया था। अब सीएम मान ने जल्द ही इस योजना को लागू करने का ऐलान किया है। आगामी बजट में इस योजना के लिए प्रावधान किया जाएगा।
सीएम मान ने यह भी कहा कि दिल्ली में उनकी पार्टी चौथी बार सरकार बनाने जा रही है और इस बार 60 से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करेगी। यह एक ऐतिहासिक पल होगा।