CG NEWS: युवाओं में उद्यमिता के विकास में नवाचार मेलों को महत्वपूर्ण भूमिका: राज्यपाल

जगदलपुर । हरिचंदन नेे अपने उद्बोधन में कहा है कि छत्तीसगढ़ राज्य प्रचुर प्राकृतिक सम्पदा एवं जैव विविधता से समृद्ध होने के कारण यहाँ कृषि एवं संबंधित क्षेत्रों में नवाचारी उद्योग एवं व्यवसाय की व्यापक सम्भावनायें हैं । उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में युवाओं को आकर्षित करने तथा उनके उद्यमिता का विकास करने में नवाचार मेलों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है । ऐसे नवाचार मेलों का आयोजन राज्य के हर सम्भाग में किया जाना चाहिए । हरिचंदन आज यहाँ शहीद गुंडाधुर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, कुम्हरावण्ड, जगदलपुर में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय एवं छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित दो दिवसीय नवाचार मेले का शुभारम्भ कर रहे थे । हरिचंदन ने मेले में विभिन्न कृषि महाविद्यालयों, कृषि विज्ञान केन्द्रों तथा स्टार्ट अप्स द्वारा लगाये गये स्टॉलों का भ्रमण किया तथा इनकी सराहना की । इस अवसर पर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल और छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के महानिदेशक एस.एस.बजाज, भी उनके साथ मौजूद थे । कुलपति डॉ. चंदेल ने इस अवसर पर नवाचार मेले में अपने उद्बोधन में यहाँ उपस्थित युवा उद्यमियों तथा स्टार्टअप स्थापित करने के इच्छुक युवाओं को को सम्बोधित करते हुए नवीन उद्योग स्थापित करने हेतु मार्गदर्शन दिया । छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के महानिदेशक एस.एस.बजाज ने भी अपना उद्बोधन दिया । तकनीकी सत्र में संचालक अनुसंधान सेवायें, इं.गां.कृ.वि., रायपुर डॉ. वी.के. त्रिपाठी ने स्वागत उद्बोधन में नवाचार मेले के उद्देश्य पर प्रकाश डाला । मनोहर गौशाला खैरागढ़ के संचालक, अखिल जैन जी का जैविक उत्पाद ऑर्गेनिक गोल्ड को लॉंच किया गया । इं.गां.कृ.वि., अन्तर्गत सफल स्टार्टअप भी शामिल थे, जिन्होंने अपनी अनुभव तकनीकी सत्र में बताया, जिसमें राजकुमार श्रीवासजी, शुभि एग्रोटेक स्टार्टअप रायपुर, जीत चावड़ा, जीत एग्रोटेक रायपुर एवं दीपक ध्रुव एग्री राईट्स, जगदलपुर भी मौजूद थे । नवाचार मेरे का महत्व पर डॉ. अमित दुबे, प्रमुख वैज्ञानिक, छ.ग. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, रायपुर पर प्रकाश डालते हुए युवा उद्यमियों तथा स्टार्टअप स्थापित करने के इच्छुक युवाओं को विस्तार से बताया । नवाचार का उद्यम के रूप में परिवर्तन विषय पर डॉ. हुलास पाठक, प्राध्यापक एवं प्रभारी राबी, इं.गां.कृषि विश्वविद्यालय रायपुर ने अपना उद्बोधन दिया । संचालक बीज एवं प्रक्षेत्र, डॉ. एस.टुटेजा ने भी प्रतिभागियों को सम्बंोधित किया। डॉ. आर.एस.नेताम, अधिष्ठाता, श.गुं.कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, जगदलपुर ने भी नवाचार मेले पर विस्तार से युवा उद्यमियों तथा स्टार्टअप के संबंध में बतलाया । तकनीकी सत्र में प्रतिभागियों द्वारा अपने प्रादर्शों की जानकारी दी गई, कृषकों द्वारा अपने नवाचार की जानकारी दी एवं सफल छात्र स्टार्टअप उद्यमियों द्वारा अपने अनुभवों को इस अवसर पर साझा किया । उल्लेखनीय है कि नवाचार मेला 2024 का उद्देश्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में सम्भावनाओं तथा चुनौतियों के उद्देश्यों को ध्यान में रखकर प्रमुख विषय जैसे सामान्य विज्ञान, इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी, कृषि एवं सम्बंधित विज्ञान, मौलिक नव प्रवर्तन पर पोस्टर प्रदर्शनी में 75 एवं नवाचार मॉडल में 148 तथा मौखिक प्रस्तुती में 09 प्रतिभागी शामिल हुए । नवाचार में पूरे छत्तीसगढ़ के विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के शिक्षाविद्, शोधकर्ता एवं स्कूलों के विद्यार्थीगण, सरकारी एवं गैर सरकारी संगठनों के नवप्रवर्तकगण, समाज में विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत नव प्रवर्तक स्वसहायता समूहों के सदस्य व प्रगतिशील कृषक एवं उद्योगों के प्रतिनिधिगण कुल 1000 लोग शामिल होकर नवाचार मेला का लाभ लिये । इस अवसर पर कुलसचिव, जी.के. निर्माम, डॉ. वी.के. पाण्डेय, डॉ. ए.के. दवे, सह संचालक अनुसंधान, डॉ. धनंजय शर्मा, सहित विश्वविद्यालय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, कृषि विज्ञान केन्द्रों के प्रमुख, कृषि वैज्ञानिक, प्रगतिशील कृषक तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्रायें उपस्थित थे ।