
अगर आप ऐप्पल आईफोन के शौकीन हैं, तो आपको एक बड़ा झटका लग सकता है। हाल ही में ऐप्पल के फोन्स की कीमतें टैरिफ लगने के बाद 2 लाख रुपये से शुरू हो सकती हैं। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दुनियाभर के देशों पर नए टैरिफ लगाने से अमेरिकी उपभोक्ताओं के लिए कीमतें बढ़ने की आशंका पैदा हो गई है। इससे वैश्विक स्तर पर आलोचना के साथ-साथ ट्रेड वॉर का खतरा भी बढ़ गया है।
टैरिफ का प्रभाव – ट्रंप ने सभी देशों पर 10 प्रतिशत का बेस टैरिफ लगाया है और मुख्य ट्रेडिंग पार्टनर्स पर उच्च ड्यूटीज लगाई हैं। इस फैसले के बाद दुनियाभर के स्टॉक मार्केट में भारी गिरावट आई है। अब सभी की नजरें इस टैरिफ पर हैं, क्योंकि इससे दशकों के ट्रेड लिबरलाइजेशन पर खतरा मंडरा रहा है। चीन, जापान और यूरोपीय संघ ने अमेरिका के टैरिफ पर जवाबी कार्रवाई की तैयारी कर ली है। टैरिफ का सीधा असर अमेरिकी उपभोक्ताओं पर पड़ने वाला है। इससे कैनबिस, रनिंग शूज़ और ऐप्पल आईफोन जैसी वस्तुओं की लागत बढ़ने की संभावना है। Rosenblatt Securities के अनुसार, अगर ऐप्पल इस अतिरिक्त लागत का बोझ खरीदारों पर डालता है, तो एक हाई-एंड आईफोन की कीमत लगभग 2,300 डॉलर तक बढ़ सकती है।
कंपनियों की प्रतिक्रिया – दुनियाभर की कंपनियाँ पहले ही इस पर प्रतिक्रिया दे रही हैं। ऑटोमेकर स्टेलेंटिस ने कनाडा और मैक्सिको में अस्थायी छंटनी और प्लांट बंद करने की घोषणा की है, जबकि जनरल मोटर्स ने संकेत दिया है कि वह अमेरिकी उत्पादन में वृद्धि करेगी। कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने इस फैसले की आलोचना की है, यह कहते हुए कि यह अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग की कमी का संकेत है।कनाडा ने जवाबी कदम उठाने की घोषणा की है, और चीन तथा यूरोपीय संघ ने भी जवाबी कार्रवाई का वादा किया है। चीन ने अमेरिका से आने वाले सामान पर 34 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने अमेरिका में यूरोपीय निवेश को निलंबित करने का आह्वान किया है।
आर्थिक प्रभाव – अर्थशास्त्रियों ने चेतावनी दी है कि ट्रंप के इस टैरिफ अटैक से महंगाई में इजाफा हो सकता है और एक औसत अमेरिकी परिवार को हजारों डॉलर की चपत लग सकती है। टैरिफ लागू होने के बाद से ही दुनियाभर के बाजारों, जैसे Dow, S&P 500 और Nasdaq में बड़ी गिरावट देखी गई है।