Yoga For Puffy Eyes: आंखों की पफीनेस दूर करने के लिए 5 मिनट रोजाना करें 5 योगासन
नई दिल्ली। कई बार ऐसा होता है कि जब हम सो कर उठाते हैं तो हमारी आंखों के नीचे सूजन दिखाई देती है जिसे पफीनेस भी कहा जाता है। यह एक आम समस्या है, जिसका उम्र बढ़ने के साथ होना आम बात है, लेकिन कई बार यह नींद पूरी न होने, देर तक रोने, किडनी खराब होने और इसके अलावा इन्फेक्शन और मांसपेशियों के कमजोर पड़ने के कारण भी होती हैं। हालांकि, आपको इसके लिए घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि कुछ योगासन ऐसे हैं जिन्हें करके आप आसानी आंखों के पफीनेस से छुटकारा पा सकते हैं। तो आइए जानते हैं इन योगासनों के बारे में।
आंखों की पफीनेस कम करने वाले योगासन
सेतुबंधासन
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले जमीन पर पीठ के बल आराम से लेट जाएं, और हथेलियों को जमीन पर सटाकर रखें। अब अपनी दोनों जांघों को आपस में जोड़ते हुए, घुटनों को मोड़कर कमर समेत पूरे शरीर को ऊपर की तरफ उठाएं और गर्दन सीधी रखें। ध्यान रखें सिर को स्थिर रखना है। इस आसन को कुछ सेकंड या फिर एक-दो मिनट तक करें। इस प्रोसेस को दोहराएं।
बालासन
इसे बाल मुद्रासन भी कहते हैं। इसे करने के लिए मैट पर अपने दोनों घुटनों को टेकते हुए एड़ी पर बैठ जाएं। अब अपनी दोनों भुजाओं को आगे की तरफ बढ़ाते हुए अपना माथा जमीन पर टिकाएं और 8-10 बार गहरी सांस लें और इसके बाद इस प्रक्रिया को दोहराएं।
पादहस्तासन
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले आराम से खड़े हो जाएं, और अपने दोनों पैरों के बीच दो इंच की दूरी बनाएं। अब सांस खींचते हुए अपने दोनों हाथों सहित शरीर को भी ऊपर की तरफ ले जाएं। अब धीरे-धीरे हाथों को आगे की तरफ करते हुए कमर को मोड़ें और हाथों को नीचे की तरफ ले जाएं और जमीन को छुएं। हो सके तो अपने नाक से घुटनों को टच करें।
मत्स्यासन
मत्स्यासन को करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं और अपने दोनों हाथों को अपने कमर के नीचे रखें। अब अपनी छाती सहित सिर को ऊपर उठाएं और फिर सिर के ऊपरी हिस्से को जमीन पर टिकाएं और पीठ के निचले हिस्से को दबाएं। 5-7 बार सांस रोकें और छाती से गहरी सांस लें और फिर इसी प्रक्रिया को रिपीट करें।
शशांकासन
यह आसन चेहरे के आसपास के ब्लड फ्लो को बढ़ाता है, जिससे सूजन कम होती है। इसके अलावा तनाव भी आंखों के नीचे की सूजन का एक कारण हो सकता है। ऐसे में, शशांकासन स्ट्रेस को कम करने में मदद करता है और यह आसन आंखों पर पड़ने वाले दबाव को भी कम करता है और उन्हें आराम देता है। इसके करने के लिए सबसे पहले घुटनों के बल बैठ जाएं और माथे को जमीन पर टिका दें। अब हाथों को पीछे की ओर ले जाएं और एड़ियों को छूएं और फिर कुछ देर इसी मुद्रा में रहें और धीरे-धीरे नॉर्मल पोजीशन में आ जाएं।