
ग्वालियर-आगरा एक्सप्रेसवे: 417 दिन बाद टेंडर खुला, अक्टूबर से शुरू होगा निर्माण ग्वालियर से आगरा के बीच बनने वाले 88.4 किमी लंबे, 6 लेन वाले एक्सप्रेसवे का टेंडर 417 दिन बाद आखिरकार खोल दिया गया है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने इस प्रोजेक्ट के लिए 4,263 करोड़ रुपये की लागत तय की है।
देश की 10 बड़ी कंपनियों ने किया टेंडर में भाग
इस एक्सप्रेसवे का टेंडर 5 जनवरी 2024 को जारी किया गया था और 25 फरवरी को इसे खोलकर तकनीकी मूल्यांकन शुरू कर दिया गया। इस प्रक्रिया में देश की 10 बड़ी कंपनियों ने भाग लिया, जिनमें शामिल हैं:
- दिलीप बिल्डकॉन
- पीएनसी इंफ्राटेक
- गावर इंफ्रा
- अप्सरा इंफ्रास्ट्रक्चर
- जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट्स
- अदाणी इंटरप्राइजेज
- आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर
- वेलस्पन इंटरप्राइजेज
- डीआर अग्रवाल इंफ्राकॉन
- एमकेसी इंफ्रास्ट्रक्चर
टेंडर फाइनल होने के बाद चुनी गई कंपनी को 6 महीने का समय निर्माण कार्य के लिए संसाधन जुटाने के लिए मिलेगा। इसके बाद अक्टूबर 2024 से एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य शुरू होगा, जिसे ढाई साल (30 महीने) में पूरा करना होगा।
निर्माण कार्य की समय-सीमा बढ़ाने की मांग पर सहमति नहीं
इस प्रोजेक्ट में मौजूदा ग्वालियर-आगरा फोरलेन हाईवे की मरम्मत का काम भी शामिल किया गया है, जो नए एक्सप्रेसवे के साथ-साथ पूरा किया जाएगा। निर्माण कंपनियों ने समय-सीमा ढाई साल से बढ़ाकर तीन साल करने की मांग की थी, लेकिन NHAI ने इसे मंजूर नहीं किया।
TTZ क्षेत्र में 650 पेड़ों की कटाई को मिली मंजूरी
इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत ताज ट्रेपेजियम जोन (TTZ) में आने वाले 650 पेड़ों की कटाई की अनुमति जल्द ही मिलने वाली है। पहले इस संख्या को 755 पेड़ों तक रखा गया था, लेकिन बाद में संशोधित कर इसे घटा दिया गया। चूंकि यह इलाका संवेदनशील है, इसलिए पर्यावरण मंत्रालय के साथ बैठक के बाद सुप्रीम कोर्ट से अनुमति लेने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। अब जल्द ही मंजूरी मिलने के बाद काम की रफ्तार और तेज हो जाएगी।
कैसा होगा एक्सप्रेसवे?
- 88.4 किमी लंबाई होगी
- 08 बड़े पुल बनाए जाएंगे
- 23 छोटे पुल तैयार किए जाएंगे
- 06 फ्लाईओवर का निर्माण होगा
- 01 रेलवे ओवरब्रिज (ROB) भी बनेगा
- 30 महीने में पूरा होगा निर्माण कार्य
लोगों को क्या फायदा होगा?
ग्वालियर और आगरा के बीच सफर तेज, सुगम और सुरक्षित होगा। इस समय इस रूट पर मौजूदा हाईवे की हालत ठीक नहीं होने के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन एक्सप्रेसवे बनने के बाद यह सफर तेज, आसान और आरामदायक हो जाएगा।