
लुधियाना: पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी और ठंडी हवाओं की वजह से सोमवार को पंजाब में कड़ाके की ठंड पड़ी। फरीदकोट सबसे ठंडा इलाका रहा, जहां का न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मोगा में 1.8, जालंधर में 2.0 और फाजिल्का में 2.2 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। हालांकि, धूप निकलने के बाद दिन में ठंड में कुछ राहत मिली। जालंधर में इस सीजन की सबसे ठंडी रात रही, क्योंकि पिछले तीन दिनों से मौसम साफ था और धूप में गर्मी महसूस हो रही थी। मगर सुबह और रात के समय घनी धुंध ने ठंड को और बढ़ा दिया। सोमवार सुबह तापमान 2 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जो इस सीजन की सबसे ठंडी रात साबित हुई। दिन में तापमान 21.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा, जो पिछले चार सालों में सोमवार के दिन का सबसे ठंडा तापमान था।
धुंध के कारण सुबह विजिबिलिटी बहुत कम हो गई थी, जो 50 मीटर से भी कम थी। सोमवार सुबह सात बजे शीतलहर के साथ घनी धुंध थी, जिससे विजिबिलिटी 100 मीटर तक रही। लेकिन जैसे-जैसे दिन बढ़ा, धूप निकलने के बाद विजिबिलिटी में सुधार हुआ और दिनभर तेज धूप रही। बदलते मौसम के कारण स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं। डॉ. कपिल गुप्ता का कहना है कि मौसम में लगातार बदलाव हो रहा है, जिससे खासकर बच्चों और बुजुर्गों को ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत है। इस तरह के मौसम में शरीर को जल्दी बदलावों के लिए तैयार करना मुश्किल होता है, और इससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, सभी को गर्म कपड़े पहनकर रखना चाहिए और किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।