बिना मंजूरी चल रहे मदरसों पर सख्ती, बनभूलपुरा में 13 सील, राज्यभर में 170 से ऊपर बंद

उत्तराखंड में गैर-पंजीकृत मदरसों पर कार्रवाई जारी, अब बच्चों की पढ़ाई के लिए वैकल्पिक इंतज़ाम उत्तराखंड में बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे मदरसों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी है। नैनीताल जिले के हल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाके में प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कई अवैध मदरसों को चिन्हित कर उन्हें सील कर दिया है। कार्रवाई के दौरान इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई, जो अभी भी मौके पर मौजूद है। रविवार को हल्द्वानी में 13 ऐसे मदरसे सील किए गए, जो बिना किसी कानूनी मंजूरी के चल रहे थे। जैसे ही प्रशासन की टीमें अचानक मदरसों में पहुंचीं, वहां अफरातफरी मच गई। अधिकारियों ने सबसे पहले दस्तावेजों की जांच की, फिर देखा कि बच्चों के लिए क्या इंतज़ाम किए गए हैं और वहां की बुनियादी सुविधाएं कैसी हैं। इन कार्रवाईयों का नेतृत्व अपर जिलाधिकारी विवेक कुमार रॉय कर रहे हैं। उनके साथ नगर मजिस्ट्रेट, पुलिस अधिकारी और शिक्षा विभाग के लोग भी मौजूद थे। इन सभी की संयुक्त टीमों ने इलाके का दौरा किया और उन मदरसों को ढूंढ निकाला जो बिना किसी वैध अनुमति के लंबे समय से चल रहे थे। प्रशासन का साफ कहना है कि पढ़ाई के नाम पर गैरकानूनी तरीके से चल रही इन संस्थाओं की पूरी तरह जांच की जाएगी और जो नियमों के खिलाफ पाए जाएंगे, उन्हें बंद कर उनके खिलाफ कानूनी कदम उठाए जाएंगे।
प्रशासन ने यह भी कहा है कि जिन मदरसों के पास ज़रूरी दस्तावेज नहीं हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। साथ ही यह भी तय किया गया है कि इन मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई बीच में न रुके, इसके लिए वैकल्पिक स्कूलिंग का इंतज़ाम किया जाएगा। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बनभूलपुरा इलाके में पुलिस बल लगातार तैनात है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खुद इस पूरे मामले को गंभीरता से लिया है और पूरे राज्य में अवैध मदरसों पर सख्त रुख अपनाया है। सीएम के निर्देश पर अब तक 170 से ज़्यादा अवैध मदरसे बंद किए जा चुके हैं। इनमें से कई या तो बिना पंजीकरण के चल रहे थे या उनकी गतिविधियों को लेकर सवाल उठ रहे थे। राज्य सरकार ने इस काम के लिए खास सर्वे टीमें बनाई हैं। इन्हीं की रिपोर्ट के आधार पर जिलेवार कार्रवाई की जा रही है। देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर और हल्द्वानी के बनभूलपुरा जैसे इलाकों में कई ऐसे मदरसे सामने आए हैं, जहां न तो इमारत बनाने की मंजूरी ली गई थी, न ही किसी तरह की शैक्षिक मान्यता या सुरक्षा व्यवस्था का ध्यान रखा गया था।
अब तक कहां-कहां कितने मदरसे सील किए गए:
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ऊधमसिंह नगर – 65
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हरिद्वार – 43
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देहरादून – 44
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पौड़ी – 02
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नैनीताल – 18
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अल्मोड़ा – 01