
अमृतसर: महाराष्ट्र के नासिक में सेना की छावनी में तैनात नायक संदीप सिंह को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उसके पास से तीन मोबाइल बरामद किए हैं, जिनसे वह भारतीय सेना से जुड़ी गोपनीय जानकारियां पाकिस्तान भेज रहा था। 15 लाख रुपये में देश की सुरक्षा बेच रहा था जांच में सामने आया है कि संदीप सिंह इस जासूसी के बदले अब तक 15 लाख रुपये ले चुका था। शनिवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसएसपी (देहात) चरणजीत सिंह सोहल और एसपी (डी) हरिंदर सिंह ने बताया कि संदीप पहले भी सेना की कई महत्वपूर्ण जानकारियां ISI को भेज चुका है। 2015 में हुआ था सेना में भर्ती, बन गया गद्दार एसएसपी के मुताबिक, संदीप सिंह 2015 में भारतीय सेना में भर्ती हुआ था। वह पंजाब के पटियाला जिले के सरदूलगढ़ का रहने वाला है। लेकिन सेना की सेवा करने की बजाय उसने अपने साथियों के साथ मिलकर सैन्य छावनियों की जानकारी इकट्ठा कर पाकिस्तान भेजना शुरू कर दिया। वह व्हाट्सएप और अन्य डिजिटल माध्यमों के जरिए पाकिस्तान की ISI को भारतीय सेना की हर गतिविधि की रिपोर्ट भेजता था। पुलिस ने संदीप के तीनों मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं और फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिए हैं। शुरुआती जांच में यह भी पता चला है कि संदीप बीते दो सालों में नासिक, जम्मू और पंजाब की सैन्य छावनियों की तस्वीरें, हथियारों से जुड़ी जानकारियां और अधिकारियों की तैनाती से जुड़ी संवेदनशील जानकारी ISI को भेज चुका है।
छुट्टी पर आया और पुलिस के हत्थे चढ़ा कुछ दिन पहले संदीप छुट्टी लेकर पटियाला आया था। पुलिस को जैसे ही उसकी लोकेशन मिली, उन्होंने उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। पहले भी सेना का जवान निकला था गद्दार इससे पहले पुलिस ने नासिक छावनी में तैनात कांस्टेबल अमृतपाल सिंह को भी गिरफ्तार किया था। बताया जा रहा है कि ISI के इशारे पर संदीप ने फिरोजपुर में अमृतपाल सिंह को सुनसान जगह पर दो लाख रुपये नकद दिए थे। एक और साथी जवान फरार, पुलिस की टीम तलाश में जुटी पुलिस जांच में पता चला है कि अमृतपाल का साथी जवान राजबीर सिंह भी इस गद्दारी में शामिल था, लेकिन वह नासिक से फरार हो गया। अमृतसर देहात पुलिस की एक टीम उसे पकड़ने के लिए शुक्रवार को नासिक रवाना हुई, लेकिन उनके पहुंचने से पहले ही वह भाग निकला। सूत्रों के मुताबिक, अमृतपाल की गिरफ्तारी के बाद सेना ने नासिक छावनी में अलर्ट जारी किया था, लेकिन फिर भी राजबीर फरार होने में कामयाब रहा। अब पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है और जल्द ही उसे भी गिरफ्तार किए जाने की उम्मीद है।