प्रधानमंत्री की सोच के अनुरूप देश के हर गांव में लखपति दीदी होनी चाहिए: सीतारमण
वित्त मंत्री ने 50,294 लाभार्थियों को 1,121 करोड़ रुपये के ऋण भी किए वितरित
नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कहना है कि देश के हर गांव में लखपति दीदी होनी चाहिए। उसके लिए बैंको को जो काम करना है, वो कर रहे है। हर स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक सहायता और ट्रेनिंग दी जा रही है। बिहार के मधुबनी में क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम के दौरान जनता को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि मेरा सभी से अनुरोध है कि बैंकों के जरिए जो योजनाएं भारत सरकार लायी है, वो उनका हिस्सा बनें और लाभ उठाएं, जिससे सब लोग और सक्षम बन सकें। इस अवसर पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विभिन्न बैंकों द्वारा 50,294 लाभार्थियों को 1,121 करोड़ रुपये के ऋण वितरित किए।
मधुबनी में क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम के दौरान 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के कुछ वरिष्ठ नागरिकों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी पीएम-जेएवाई) कार्ड भी प्रदान किए गए। इससे पहले निर्मला सीतारमण ने बिहार के मधुबनी में बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की उपस्थिति में क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस अवसर पर संसद सदस्य संजय कुमार झा, रामप्रीत मंडल, अशोक कुमार यादव और फैयाज अहमद भी उपस्थित थे I
क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम में संसद सदस्य रामप्रीत मंडल, संजय कुमार झा, डॉ. अशोक कुमार यादव और विधान सभा सदस्य विनोद नारायण झा, सुधांशु शेखर और घनश्याम ठाकुर भी शामिल हुए। इसके अलावा वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) के सचिव एम. नागराजू, नाबार्ड के अध्यक्ष के.वी. शैजी; सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के एमडी एम.वी. राव, सिडबी के सीएमडी मनोज मित्तल, डीएफएस के अतिरिक्त सचिव एम.पी. तंगिराला और एसबीआई के डीएमडी सुरिंदर राणा ने भी क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम में भाग लिया।
इससे पहले केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बिहार के उप-मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और राज्यसभा सदस्य संजय झा के साथ मधुबनी में क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम के दौरान स्टालों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने उन स्टॉल मालिकों के साथ बातचीत की जिन्हें केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं से लाभ हुआ हैI