Semiconductor को लेकर टाटा ग्रुप का बड़ा दांव, अरबों डॉलर का होगा निवेश
नई दिल्ली। देश में जल्द ही बड़े पैमाने पर सेमीकंडक्टर का उत्पादन होने लगेगा. देश में सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने के लिए इजरायल की टावर सेमीकंडक्टर सहित टाटा ग्रुप ने भी प्रस्ताव दिया है. केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने रविवार को इन प्रस्तावों की पुष्टि करते हुए बताया कि सरकार को सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग के लिए 4 प्रस्ताव मिले हैं. साथ ही चिप असेंबली, टेस्टिंग, मॉनिटरिंग और पैकेजिंग के लिए 13 कंपनियों ने रुचि दिखाई है.
राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि देश में 2 बड़े सेमीकंडक्टर प्लांट लगेंगे. इनमें से एक टावर सेमीकंडक्टर का हो सकता है. इजरायल की टावर ने प्लांट पर 8 अरब डॉलर निवेश करने का प्रस्ताव दिया है. साथ ही एक प्रस्ताव टाटा ग्रुप की तरफ से आया है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत सेमीकंडक्टर उत्पादन में अग्रणी देशों में शामिल होने जा रहा है. विभिन्न कंपनियां अरबों डॉलर का इनवेस्टमेंट करने को तैयार हैं.
केंद्रीय मंत्री ने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि इन प्लांट में 65, 40 और 28 नैनोमीटर टेक्नोलॉजी के सेमीकंडक्टर बनाए जाएंगे. अन्य प्रस्तावों पर भी सरकार विचार कर रही है. उन्होंने कहा कि हम इन प्रस्तावों को चुनाव से पहले अनुमति देने पर विचार कर रहे हैं. हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल में इन प्रस्तावों को जरूर मंजूरी मिल जाएगी. केंद्रीय मंत्री ने टावर सेमीकंडक्टर के अलावा टाटा ग्रुप के प्रस्ताव पर भी मोहर लगा दी. इन दोनों कंपनियों के प्रस्ताव भारी भरकम निवेश वाले हैं.
माइक्रोन टेक्नोलॉजी बना रही चिप मेकिंग प्लांट
उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग के 4 और एटीएमपी यूनिट के 13 प्रस्ताव सरकार को अब तक मिल चुके हैं. यह सभी प्रस्ताव गुजरात में बन रहे माइक्रोन टेक्नोलॉजी के प्लांट से इतर हैं. अमेरिका की कंपनी माइक्रोन टेक्नोलॉजी देश में 22516 करोड़ रुपये के निवेश से चिप मेकिंग प्लांट तैयार कर रही है.