एक बार फिर पाकिस्तान की कायराना हरकत, पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने बोला घटिया देश ने फिर घटियापन दिखाया

भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर समझौते पर हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की मध्यस्थता के बाद सहमति बनी थी। इस पहल को शांति की दिशा में एक उम्मीद की किरण माना जा रहा था। लेकिन अफसोस की बात ये है कि पाकिस्तान ने एक बार फिर वही किया जो वो हमेशा से करता आया है – भरोसे का कत्ल। सीजफायर के कुछ ही घंटों बाद उसने एक बार फिर भारतीय सीमा पर गोलीबारी की, जिससे ये साफ हो गया कि पाकिस्तान पर भरोसा करना एक बार फिर भारी पड़ सकता है। इस सीजफायर का उद्देश्य था सीमा पर शांति कायम करना और दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को कम करना। लेकिन पाकिस्तान की तरफ से जिस तरह से अचानक हमला किया गया, उससे न सिर्फ भारत-पाक संबंधों में खटास बढ़ी, बल्कि देशवासियों के बीच भी गुस्सा और नाराजगी का माहौल बन गया है।
शिखर धवन का गुस्सा, सोशल मीडिया पर फूटा आक्रोश – पाकिस्तान की इस हरकत पर सोशल मीडिया पर भी तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। पूर्व भारतीय क्रिकेटर शिखर धवन ने अपने ट्विटर (अब X) हैंडल पर इस मुद्दे पर खुलकर नाराजगी जताई। उन्होंने लिखा, “घटिया देश ने फिर अपना घटियापन पूरी दुनिया के सामने दिखा दिया। #Pakistan”। उनका यह पोस्ट कुछ ही घंटों में वायरल हो गया और इसे लाखों बार देखा गया। धवन का बयान भले ही तीखा हो, लेकिन यह उस गुस्से को बयां करता है जो हर भारतीय के दिल में पाकिस्तान की इस हरकत को लेकर है। धवन के बयान से यह भी साफ हो गया कि सिर्फ आम नागरिक ही नहीं, बल्कि देश के नामी-गिरामी चेहरे भी इस मुद्दे को लेकर कितने भावुक और नाराज हैं। सोशल मीडिया पर उनके समर्थन में बड़ी संख्या में लोग सामने आए और उन्होंने भी पाकिस्तान की निंदा की।
भारत की सख्त प्रतिक्रिया, विदेश सचिव ने दी चेतावनी – सीजफायर उल्लंघन को लेकर भारत की ओर से भी कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है। रविवार की रात एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने साफ-साफ कहा कि भारत इस उल्लंघन को बहुत गंभीरता से ले रहा है। उन्होंने बताया कि भारतीय सेना को पूरी सतर्कता के साथ सीमा पर निगरानी के निर्देश दिए गए हैं और किसी भी तरह के दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तैयारी की जा चुकी है।यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने इस तरह की हरकत की हो। वह बार-बार शांति प्रस्तावों को नजरअंदाज करता रहा है। इस बार भी उसने दिखा दिया कि उसके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की सहमतियों और समझौतों का कोई मतलब नहीं है।