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15 जून को नीब करौरी बाबा के कैंची धाम में उमड़ेगा आस्था का सैलाब, प्रशासन ने कसी कमर

उत्तराखंड के पावन कैंची धाम में इस बार 15 जून को स्थापना दिवस बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा। बाबा नीब करौरी के भक्त हर साल बड़ी संख्या में इस खास दिन पर मंदिर में जुटते हैं, लेकिन इस बार रविवार को स्थापना दिवस पड़ने की वजह से भीड़ का आंकड़ा तीन लाख तक पहुंचने का अनुमान है।मंदिर समिति और जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए हर पहलू की तैयारी पूरी कर ली है। भवाली से कैंची धाम तक के लगभग सभी होटल और होमस्टे पहले से बुक हो चुके हैं। होटल एसोसिएशन भवाली के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद कपिल ने बताया कि श्रद्धालुओं ने एक महीने पहले ही बुकिंग करवा ली थी, जिससे आसपास के 100 से ज्यादा होटल 15 जून तक फुल हो चुके हैं। अब श्रद्धालुओं को हल्द्वानी और अन्य शहरों के होटल में रुकना पड़ रहा है। कैंची धाम में बाबा नीब करौरी की परंपरा के अनुसार प्रसाद के रूप में मालपुए बांटे जाते हैं, जिसकी तैयारी भी शुरू हो चुकी है। मंदिर प्रांगण और रास्तों में श्रद्धालुओं के बैठने और कतारबद्ध दर्शन के लिए मैट बिछाई जा रही हैं। बुधवार को ही मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी लाइन लगी रही, जो इस बात का संकेत है कि इस बार कितनी बड़ी भीड़ पहुंचने वाली है।

स्थानीय लोग, मंदिर समिति और प्रशासन मिलकर व्यवस्था बनाने में जुटे हुए हैं। पार्किंग, खाने-पीने, सुरक्षा और ट्रैफिक कंट्रोल को लेकर हर बारीकी पर ध्यान दिया जा रहा है। श्रद्धालुओं को भीड़ में दिक्कत न हो, इसके लिए परिवहन विभाग ने खास इंतजाम किए हैं। इस बार 14 जून से ही सुबह 5 बजे से कैंची धाम के लिए शटल सेवा शुरू कर दी जाएगी। हल्द्वानी रेलवे स्टेशन से लेकर भवाली, भीमताल और ग्राफिक एरा जैसे इलाकों से कुल 300 से ज्यादा बस और वाहन श्रद्धालुओं को लेकर कैंची धाम जाएंगे। आरटीओ प्रवर्तन गुरुदेव सिंह ने बताया कि शटल वाहनों में पीली पट्टी लगाई जाएगी ताकि ये आसानी से पहचाने जा सकें। साथ ही ये सुनिश्चित किया गया है कि कोई भी वाहन निर्धारित सीटों से ज्यादा सवारी न बैठाए और तय किराया ही वसूले। वाहन चालकों को सख्त हिदायत दी गई है कि नशे की हालत में गाड़ी नहीं चलाएंगे।

भीमताल और हल्द्वानी में अस्थायी टॉयलेट लगाए जा रहे हैं और सड़कों की मरम्मत के साथ-साथ रोशनी की भी व्यवस्था की गई है। 15 जून की रात तक सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित उनके स्थान तक वापस लाने की जिम्मेदारी प्रशासन ने ली है।अगर आप भी इस बार कैंची धाम जाने का सोच रहे हैं, तो कुछ बातों का खास ध्यान रखें। होटल पहले से फुल हैं, इसलिए अगर आपके पास रुकने का इंतजाम नहीं है तो हल्द्वानी या भीमताल में विकल्प देखें।सुबह जल्दी यात्रा शुरू करें ताकि भीड़ में फंसने से बच सकें। कैंची धाम में पार्किंग की व्यवस्था सीमित है, इसलिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट या शटल सेवा का ही इस्तेमाल करें।अपने साथ पानी की बोतल, छाता और कुछ जरूरी दवाइयां रखें। चूंकि भीड़ बहुत अधिक होगी, इसलिए बच्चों और बुजुर्गों का खास ख्याल रखें। मंदिर और आसपास के क्षेत्र में साफ-सफाई बनाए रखना भी हर श्रद्धालु की जिम्मेदारी है।बाबा नीब करौरी का आशीर्वाद लेने जा रहे हैं तो दिल से जाएं, धैर्य और अनुशासन के साथ जाएं, ताकि ये यात्रा आपके लिए भी और दूसरों के लिए भी यादगार बने।

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