
दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर राजधानी में सियासी माहौल गर्म हो गया है और आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस बीच, आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने मुख्य चुनाव आयुक्त को एक पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के कार्यकर्ता आम आदमी पार्टी (AAP) के कार्यकर्ताओं को लगातार धमका रहे हैं और उन्हें परेशान कर रहे हैं। इसके साथ ही, केजरीवाल ने चुनाव आयुक्त से यह भी कहा कि नई विधानसभा चुनाव के लिए स्वतंत्र चुनाव पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाएं और उन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए, जो इस उत्पीड़न में शामिल हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, केजरीवाल ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्ताओं की तरफ से AAP के कार्यकर्ताओं को बार-बार धमकाया जा रहा है। उन्होंने कहा, “मैं चुनाव के पहले ही नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में भाजपा और दिल्ली पुलिस द्वारा हमारे स्वयंसेवकों को दी जा रही धमकियों और उत्पीड़न के बारे में अपनी गंभीर चिंता व्यक्त कर रहा हूं। कल हमारे एक वरिष्ठ स्वयंसेवक चेतन को अवैध रूप से हिरासत में लिया गया था।”
केजरीवाल ने आगे बताया कि तिलक मार्ग पुलिस स्टेशन में उनके खिलाफ बीएनएसएस, 2023 की धारा 126 के तहत मामला दर्ज किया गया, जबकि ऐसा कोई मामला था ही नहीं। उनके ऊपर ऐसे आरोप लगाए गए, जो उन्होंने कभी किए ही नहीं। इसके बाद पुलिस अधिकारियों द्वारा उन्हें शारीरिक रूप से इतना दुर्व्यवहार सहना पड़ा कि वे बेहोश हो गए। बाद में उन्हें लेडी हार्डिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया और फिर काफी प्रयासों के बाद उन्हें रिटर्न ऑफिसर/एसडीएम के सामने पेश किया गया और जमानत पर रिहा कर दिया गया। केजरीवाल ने यह भी कहा कि लोकतंत्र कभी भी हिंसा और डर के आगे नहीं झुकेगा। चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष होने चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने चुनाव आयोग से कुछ महत्वपूर्ण मांगें की हैं:
- नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में स्वतंत्र चुनाव पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया जाए।
- चुनाव आयोग को AAP कार्यकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
- जिन पुलिस अधिकारियों ने इन घटनाओं में भूमिका निभाई, उन्हें तुरंत निलंबित किया जाए।
- भाजपा कार्यकर्ताओं को, जो इन हमलों के लिए जिम्मेदार हैं, गिरफ्तार किया जाए।