मध्य प्रदेश में कानून व्यवस्था को मजबूत करने की पहल, जानें आपके जिले की नई कैटेगरी

मध्य प्रदेश में अपराध पर सख्ती: जिलों को चार श्रेणियों में बांटा, जांच होगी तेज
भोपाल: मध्य प्रदेश में बढ़ते गंभीर अपराधों को जल्द सुलझाने और कानून-व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पुलिस महानिदेशक (DGP) कैलाश मकवाना ने बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने सभी जिलों को चार श्रेणियों में बांटते हुए, हर जिले के लिए सालाना अपराध निपटान का लक्ष्य तय किया है। इससे अपराधों की जांच में तेजी आएगी और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई होगी। हर जिले को मिला टारगेट पुलिस मुख्यालय की CID शाखा ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वे गंभीर, सनसनीखेज और जघन्य अपराधों की पहचान करें और जल्द से जल्द इन मामलों को निपटाएं।
जिले और उनके वार्षिक टारगेट:
🔹 A-श्रेणी: इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, सागर, देवास, धार, उज्जैन, रतलाम, रीवा। (40 गंभीर अपराध निपटाने का लक्ष्य)
🔹 B-श्रेणी: बैतूल, खरगोन, रायसेन, नरसिंहपुर, शिवपुरी, छतरपुर, सिंगरौली, सीहोर, झाबुआ, छिंदवाड़ा, विदिशा, मुरैना, खंडवा, बड़वानी, इंदौर देहात, राजगढ़, सतना, सीधी, भिंड, सिवनी, गुना, शहडोल, मंदसौर, अशोकनगर, पन्ना, बालाघाट, नर्मदापुरम, दतिया, टीकमगढ़, दमोह, शाजापुर, कटनी। (20 गंभीर अपराध निपटाने का लक्ष्य)
🔹 C-श्रेणी: आलीराजपुर, श्योपुर, हरदा, अनूपपुर, डिंडौरी, नीमच, मऊगंज, उमरिया, आगर-मालवा, मैहर, भोपाल देहात, बुरहानपुर। (15 गंभीर अपराध निपटाने का लक्ष्य)
🔹 D-श्रेणी: निवाड़ी, पांढुर्णा, रेल भोपाल, रेल जबलपुर, रेल इंदौर। (5 गंभीर अपराध निपटाने का लक्ष्य)
इन अपराधों पर होगी कड़ी कार्रवाई
DGP ने उन अपराधों की सूची भी जारी की है, जिन पर पुलिस को खास ध्यान देना होगा:
✅ हत्याएं: किसी को जिंदा जलाना, दिनदहाड़े गोली चलाना, चाकू या तलवार से हत्या, सामूहिक हत्याकांड।
✅ आर्थिक अपराध: बड़े वित्तीय घोटाले, ठगी और संगठित आर्थिक अपराध।
✅ डकैती और लूट: बैंक, ज्वेलरी शॉप या सार्वजनिक स्थानों पर दिनदहाड़े लूटपाट।
✅ यौन अपराध: नाबालिगों से दुष्कर्म, 12 साल से कम उम्र की बच्चियों से बलात्कार, सामूहिक दुष्कर्म।
✅ आतंकी घटनाएं: आतंकवादी गतिविधियां और नक्सली हमले।
✅ अपहरण और हत्या: किसी को अगवा कर उसकी हत्या करना।
✅ धार्मिक स्थल या पुरातात्विक महत्व की चोरी: मूर्तियों या ऐतिहासिक धरोहर की चोरी।
✅ तेजाब हमले: एसिड अटैक के मामले।
✅ साइबर क्राइम: बड़े ऑनलाइन फ्रॉड, मनी लॉन्ड्रिंग, बैंक धोखाधड़ी।
✅ मिलावटखोरी: नकली दूध, घी, मिठाई, मसाले बनाने वाली फैक्ट्रियों पर सख्त कार्रवाई।
✅ वन्यजीव अपराध: शिकार और वन्यजीवों की तस्करी।
✅ NDPS एक्ट के तहत नशे की तस्करी के बड़े मामले।
DGP ने दिया सख्त संदेश DGP कैलाश मकवाना ने साफ कर दिया है कि अपराधों की जांच में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी जिलों को निर्देश दिए गए हैं कि वे गंभीर मामलों को प्राथमिकता दें और अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने का काम करें। अब देखना होगा कि पुलिस इन नए निर्देशों पर कितना अमल करती है और अपराधों पर रोक लगाने में कितनी सफल होती है।