पंजाब के मोगा में भीषण हादसा, दंपति सहित चार की मौत
मोगा। कहते हैं कि जाको राखे साइयां मार सके न कोई…. यह कहावत गांव जैमल सिंह वाला की लवदीप कौर पर सटीक बैठती है। उसने मासूम बचपन में ही अपने माता-पिता और दोनों भाईयों को खो दिया है। अगर मोटरसाइकिल पर जगह होती तो हो सकता है कि वह भी मौत के आगोश में चली जाती।
दरअसल बालिका के पिता धर्मप्रीत सिंह, मां कुलदीप कौर, भाई अभिजीत और तीन माह के भाई गुरशरण सिंह की मुदकी रोड पर नत्थूलाल गर्बी के पास मौत हो गई है।
जानकारी के अनुसार धर्मप्रीत सिंह अपने तीन माह के बेटे गुरशरण सिंह के लिए दवा लेने नत्थूलाल गर्बी जा रहा था। परिवार के बीच बात हुई थी कि दवा लेने के बाद वह अपनी नत्थूलाल गर्बी में विवाहित बहन गुरदीप कौर को भी मिलकर आएगा। वह घर से करीब बारह बजे चले थे और 1 बजे के आस पास हादसा हो गया। गांव के ही एक निवासी ने बताया कि जिस घर में सुबह खुशियां थी, उसमें अचानक से मातम पसर गया है। अब लवदीप कौर इस पूरे घटनाक्रम के अंजान घर पर मौजूद है और घर में चीख पुकार मची है। वह अपनी दादी से बार बार पूछ रही है कि हुआ क्या है और मम्मी डैडी कब वापस आएंगे।
दादी उसे समझाती है कि मैंने एक बार रोका भी था, मगर बेटे ने उसकी बात को अनदेखा किया और मोटरसाइकिल पर ही घर से चल दिया था। सड़क पर अकसर होते हैं हादसे, लोगों ने लगाया जाम जिस बाघापुराना मुदकी रोड पर हादसा हुआ है इस रोड पर अकसर हादसे होते हैं। आज हुए हादसे के बाद लोगों में गुस्सा भर गया और उनकी तरफ से रोड जाम कर दिया गया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि बार बार हादसे हो रहे हैं मगर इसका हल कुछ नहीं हो रहा है। यही नहीं पुलिस ने आपराधिक मामला दर्ज भी देरी से किया है। जिस वजह से उनकी तरफ से जाम लगाया गया था। एक दिन लेट हुआ बहन के मिलने का इंतजार धर्मप्रीत सिंह अपनी बहन गुरदीप कौर से मिलने उसके घर जा रहा था। उसने पंद्रह से बीस मिनट में ही उसके घर पहुंच जाना था और बहन उसका घर पर इंतजार कर रही थी। अब उसका आखिरी बार मिलने का इंतजार भी लंबा हो गया है। क्योंकि चारों शवों को मोगा के सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए रखा गया है और पोस्टमार्टम होने के बाद ही वीरवार को उनका संस्कार किया जाएगा और सभी को उनके दर्शन कराए जाएंगे।