उत्तरप्रदेश

सरकार की खेल पॉलिसी से प्रतिभावान खिलाड़ियों को मिला मंच : मुख्यमंत्री योगी

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को हॉकी इंडिया जूनियर मेन इंटर जोन चैंपियनशिप-24 के उद्धाटन समारोह के अवसर पर कहा कि सरकार की खेल पॉलिसी से प्रदेश के प्रतिभावान खिलाड़ियों को मंच मिलने के साथ उन्हें प्रोत्साहित भी किया जा रहा है।मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय खेल हॉकी ने दुनिया को अपनी खेल प्रतिभा का लोहा मनवाया है। एक बार फिर यह अपने पुराने वैभव को प्राप्त कर रहा है। वहीं उत्तर प्रदेश ने कई दिग्गज अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी दिये हैं। इनमें हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद का नाम हर भारतवासी की जुबान पर है। इसके अलावा केडी सिंह बाबू, मो शाहिद, रविंद्र पाल, सैयद अली समेत दर्जनों हॉकी खिलाड़ी उत्तर प्रदेश की देन हैं। इन सभी ने ओलंपिक, कॉमनवेल्थ, एशियाड और वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारतीय टीम का नेतृत्व कर देश को गौरवांवित किया है। वहीं हॉकी इंडिया जूनियर मेन इंटर जोन चैंपियनशिप जूनियर हॉकी खिलाड़ियों को भावी ओलंपिक, इंटरनेशनल, एशियाड और कॉमनवेल्थ गेम के लिए नए प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए एक मंच प्रदान कर रही है। यह काफी सराहनीय है।
सरकार खेल पॉलिसी के जरिये खेल और खिलाड़ियों को दे रही बढ़ावा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस चैंपियनशिप में 6 टीमें एक सप्ताह तक मैच खेलेंगी। यह खिलाड़ियों के लिए नया अनुभव और अवसर है क्योंकि पहले यह सुविधाएं नहीं थी। इससे कभी-कभी लगता था कि राष्ट्रीय खेल अपने ही घर में उपेक्षित है, लेकिन अब उपेक्षा नहीं बल्कि नये जोश और भरोसे के साथ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले दो ओलंपिक टोक्यो और पेरिस में भारतीय हॉकी टीम ने अपना परचम लहाराया है। इसमें दोनों बार भारतीय टीम का हिस्सा रहे खिलाड़ी ललित उपाध्याय को पिछली बार ही यूपी पुलिस में डिप्टी एसपी के पद पर तैनाती दी गई थी। वहीं इस बार ओलंपिक में अपना शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी राजकुमार पाल को भी डिप्टी एसपी बनाने जा रहे हैं।
योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में खेल को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए गए। प्रधानमंत्री मोदी की इस पहल से खेल को लेकर जो पहले लोगों में नकारात्मकता का भाव था, वह आज सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ रही है। इसे आगे बढ़ाने में निजी खेल अकादमी की बड़ी भूमिका है। ऐसे में इसे आगे बढ़ाने के लिए सरकार ने खेल पॉलिसी बनायी हुई है। इसके तहत ओलंपिक, कॉमनवेल्थ, एशियाड, वर्ल्ड चैंपियनशिप आदि में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सीधी भर्ती के माध्यम से सरकारी सेवा में स्थान दिया जा रहा है। इसके साथ उन्हें खेल में आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करने के साथ खेलों को अडॉप्ट किया जा रहा है।
825 विकासखंडों में मिनी स्टेडियम और हर जनपद में खेल स्टेडियम बनाने की दिशा में चल रहा काम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सरकार अब तक 500 से अधिक खिलाड़ियों अलग-अलग सेवा में सरकारी नौकरी दे चुकी है। सरकार इसे आगे भी जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि यह दुर्लभ संजोग है, जो उत्तर प्रदेश में जूनियर हॉकी चैंपियनशिप, उत्तर प्रदेश लीग क्रिकेट और सोमवार से केडी सिंह बाबू स्टेडियम में फुटबॉल मैच शुरू होने जा रहा है। यह खेल के प्रति हमार नया सकारात्मक दृष्टिकोण है, जो युवाओं को नई ऊर्जा प्रदान करेगा। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के हर गांव में खेल का मैदान बनाने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। प्रदेश के हजारों गांवों में खेल के मैदान बन चुके हैं। वहीं 825 विकासखंडों में मिनी स्टेडियम और हर जनपद में खेल स्टेडियम बनाएंगे। वहीं अलग-अलग खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए अब तक युवक मंगल दल और महिला मंगल दल को 65000 से अधिक स्पोर्ट्स किट उपलब्ध करायी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि हॉकी खिलाड़ी राजू पाल गाजीपुर के जिस अकादमी से निकले हैं वह एक निजी अकादमी है। यहां खेल गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से पिछले वर्ष 5 करोड़ रुपये की सहायता धनराशि दी गयी है। प्रदेश में हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के नाम पर पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनायी जा रही है। वहीं केडी सिंह बाबू के पैतृक आवास को नीलाम होने से सरकार ने बचाया है, जो सरकार के खेल प्रोत्साहन को दर्शाती है। वहीं पर सरकार की ओर से केडी सिंह बाबू के स्मारक और म्यूजियम बनाने की तैयारी चल रही है।इस अवसर पर इंडिया हॉकी के महासचिव भोला नाथ सिंह, अध्यक्ष दिलीप टिर्की आदि उपस्थित थे। कोषाध्यक्ष शेखर जे मनोहरन, कार्यकारी निदेशक कमांडर आरके श्रीवास्तव, भारतीय हॉकी टीम के चयन समिति के चैयरमैन डॉ आरपी सिंह आदि उपस्थित रहे।

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