
नई दिल्ली । वित्त मंत्रालय ने दूसरी तिमाही और छमाही वित्तीय प्रदर्शन की समीक्षा के लिए बुधवार को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) के प्रमुखों की बैठक बुलाई है। बैठक की अध्यक्षता वित्तीय सेवा सचिव एम नागराजू करेंगे। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले सप्ताह कहा था कि देश को बड़े और विश्वस्तरीय बैंकों की जरूरत है और इस संबंध में रिजर्व बैंक और ऋणदाताओं के बीच बातचीत चल रही है। इसके बाद यह पहली बैठक है। वित्त मंत्री ने कहा था, “सरकार इस पर विचार कर रही है और काम शुरू हो चुका है। हम आरबीआई के साथ चर्चा कर रहे हैं। हम बैंकों के साथ भी बातचीत कर कर रहे हैं।”
सूत्रों के अनुसार, 12 नवंबर को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के साथ होने वाली समीक्षा बैठक में उनके वित्तीय आंकड़ों के अलावा सरकार की प्रमुख योजनाओं की प्रगति पर भी चर्चा होगी। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 49,456 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड लाभ हासिल किया। दो बैंकों के आंकड़ों में गिरावट के बावजूद सरकारी बैंकों के मुनाफे में सालाना आधार पर 9 प्रतिशत की वृद्धि दिखी है।
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एसबीआई ने 20,160 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हासिल किया
वित्त वर्ष 2025 की सितंबर तिमाही में सभी 12 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (PSB) ने कुल मिलाकर 45,547 करोड़ रुपये का लाभ कमाया था। इस तरह, पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में सरकारी बैंकों का मुनाफा 3,909 करोड़ रुपये बढ़ा है। स्टॉक एक्सचेंजों पर प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार बैंकों की कुल आमदनी 49,456 करोड़ रुपये में अकेले एसबीआई ने 40 प्रतिशत का योगदान दिया। एसबीआई ने वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में 20,160 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हासिल किया। यह पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक है।
इंडियन ओवरसीज बैंक ने शुद्ध लाभ में 58 फीसदी इजाफे की जानकारी दी
प्रतिशत की बात करें तो चेन्नई स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक ने अपने लाभ में सबसे अधिक 58 प्रतिशत के इजाफे की जानकारी दी है। बैंक मुनाफा 1,226 करोड़ रुपये दर्ज हुआ। इसके बाद सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का शुद्ध लाभ 33 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1,213 करोड़ रुपये रहा। तिमाही के दौरान बैंक ऑफ बड़ौदा और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने अपने मुनाफे में क्रमशः 8 प्रतिशत और 10 प्रतिशत गिरावट की जानकारी दी।



