
पीटीआई, चंडीगढ़: गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) के मौके पर संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के बैनर तले कई किसान संगठनों ने पंजाब के अलग-अलग इलाकों में ट्रैक्टर परेड निकाली। इस ट्रैक्टर मार्च में सैकड़ों किसान, जिनमें एसकेएम के वरिष्ठ नेता भी शामिल थे, अपनी मांगों के समर्थन में सड़कों पर उतरे। कई जगहों पर किसानों ने ट्रैक्टरों पर काले झंडे लगाकर प्रदर्शन किया। किसानों ने उठाई न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी की मांग आपको बता दें कि किसानों ने यह ट्रैक्टर मार्च न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी, मजदूरों के लिए व्यापक कर्जमाफी योजना, बिजली का निजीकरण रोकने, कृषि विपणन पर राष्ट्रीय नीति (एनपीएफएएम), और अन्य मांगों के समर्थन में निकाला। सैकड़ों किसान ट्रैक्टरों के साथ उतरे सड़कों पर पंजाब के पटियाला में किसानों ने पूर्व सांसद परनीत कौर के आवास के बाहर बैरिकेडिंग के बीच ट्रैक्टर मार्च निकाला। सैकड़ों किसान शंभु बॉर्डर पर ट्रैक्टर लेकर पहुंचे और वहां से शंभु ब्रिज तक मार्च किया। इस मार्च में जहाज जैसे बड़े टायर वाले ट्रैक्टर आकर्षण का केंद्र रहे। इस प्रदर्शन का नेतृत्व किसान नेता हरप्रीत सिंह बहरामके ने किया।
एसकेएम की अपील पर निकाली गई परेड संयुक्त किसान मोर्चा ने गणतंत्र दिवस पर देशभर में जिला और उप-मंडल स्तर पर ट्रैक्टर और मोटरसाइकिल परेड निकालने का आह्वान किया था। इस दौरान किसानों ने बड़े कॉरपोरेट स्वामित्व वाले शॉपिंग मॉल और नेताओं के घरों के बाहर ट्रैक्टर खड़े करके विरोध दर्ज किया। छोटे व्यापारियों के समर्थन में प्रदर्शन केएमएम के नेताओं ने बताया कि यह प्रदर्शन छोटे व्यापारियों और कारोबारियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए किया गया, जो कथित तौर पर कॉरपोरेट कंपनियों द्वारा हाशिए पर धकेले जा रहे हैं। केंद्र सरकार से होगी किसानों की बैठक आपको बता दें कि हाल ही में कृषि मंत्रालय के संयुक्त सचिव प्रिया रंजन की अगुवाई में केंद्र सरकार के एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने एसकेएम (गैर-राजनीतिक) और केएमएम को बैठक के लिए आमंत्रित किया है। यह बैठक किसानों की मांगों पर चर्चा के लिए 14 फरवरी को होगी। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल जारी रखेंगे अनशन केंद्र सरकार की ओर से आश्वासन मिलने के बाद किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने इलाज कराने पर सहमति जताई है, लेकिन उन्होंने अपना अनिश्चितकालीन अनशन खत्म नहीं किया है। वह अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं और जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होंगी, उनका अनशन जारी रहेगा।