
ब्रिस्टल के मैदान पर रविवार को इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच दूसरा T20 मैच खेला गया, जिसमें इंग्लैंड ने 4 विकेट से रोमांचक जीत दर्ज की। 197 रन का टारगेट था, लेकिन इंग्लिश बल्लेबाज़ों ने संयम और आक्रामकता दोनों का बेहतरीन मेल दिखाते हुए सिर्फ 18.3 ओवर में मुकाबला अपने नाम कर लिया।इस जीत के साथ इंग्लैंड ने तीन मैचों की सीरीज़ में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है। आइए जानते हैं मैच में कैसे पलटा पासा और किसने निभाई जीत में अहम भूमिका।
वेस्टइंडीज की पारी: धीमी शुरुआत के बाद साई होप और चार्ल्स ने संभाली पारी – इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी का फैसला लिया, और इस रणनीति ने शुरू में अच्छा असर दिखाया। वेस्टइंडीज की पारी की शुरुआत बेहद खराब रही और उन्होंने पहले ही ओवर में एविन लुईस का विकेट गंवा दिया, जो खाता भी नहीं खोल सके। इसके बाद कप्तान शाई होप और जॉनसन चार्ल्स ने पारी को संभालने की जिम्मेदारी उठाई। दोनों के बीच दूसरे विकेट के लिए 89 रनों की शानदार साझेदारी हुई, जिसने टीम को मज़बूत स्थिति में ला खड़ा किया। शाई होप ने 38 गेंदों में 49 रन बनाए, जबकि चार्ल्स ने 39 गेंदों में 47 रनों की पारी खेली। हालांकि बीच के ओवरों में रदरफोर्ड और चार्ल्स जल्दी आउट हो गए, जिससे रन गति थोड़ी धीमी हुई। लेकिन अंतिम ओवरों में रोवमैन पॉवेल (34 रन, 15 गेंद) और शेफर्ड (19 रन) ने तेजी से रन बटोरकर स्कोर को 196 तक पहुंचाया। जेसन होल्डर ने भी अंत में 9 गेंदों में नाबाद 19 रन बनाकर एक अच्छा फिनिश दिया। इंग्लैंड के लिए ल्यूक वुड ने दो विकेट लिए, जबकि कार्स, आदिल रशीद और जेकब बेथेल ने एक-एक विकेट झटके।
इंग्लैंड की पारी: बटलर और ब्रूक ने पारी को दी दिशा, बैंटन ने दिलाई जीत – 197 रनों का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की शुरुआत थोड़ी हिचकिचाहट भरी रही। ओपनिंग में आए जेमी स्मिथ सिर्फ 4 रन बनाकर जल्दी आउट हो गए। लेकिन इसके बाद जॉस बटलर और बेन डकेट ने पारी को संभालते हुए शानदार बैटिंग की। बेन डकेट ने 18 गेंदों में 30 रन बनाए और बटलर ने 36 गेंदों में 47 रन ठोके, जिसमें चार चौके और दो दमदार छक्के शामिल थे। बटलर के आउट होने के बाद कप्तान हैरी ब्रूक मैदान पर आए और उन्होंने 20 गेंदों में 34 रन की तेज़ पारी खेली, जिससे मैच इंग्लैंड की पकड़ में आता गया।जैसे ही इंग्लैंड को थोड़ी ज़रूरत पड़ी, जेकब बेथेल ने 10 गेंदों में 26 रन ठोक दिए। वहीं अंतिम ओवरों में टॉम बैंटन ने नाबाद 30 रन बनाए (11 गेंदों में), जिसमें उन्होंने तीन चौके और दो छक्के जड़े। इसी आक्रामक अंदाज़ के दम पर इंग्लैंड ने 18.3 ओवर में ही 199 रन बनाकर मुकाबला अपने नाम कर लिया। वेस्टइंडीज के गेंदबाज़ों की बात करें तो अल्जारी जोसेफ ने 2 विकेट झटके जबकि चेज़, होल्डर, अकील हुसैन और शेफर्ड को एक-एक सफलता मिली।
सिरीज़ पर इंग्लैंड की मुहर, वेस्टइंडीज को करना होगा सुधार – इस जीत के साथ इंग्लैंड ने तीन मैचों की सिरीज़ में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है। इसका मतलब यह है कि अब तीसरे मैच का नतीजा चाहे जो हो, इंग्लैंड सिरीज़ जीत चुका है। इंग्लैंड की जीत का श्रेय टीम के संयुक्त प्रदर्शन को जाता है – गेंदबाज़ों ने सही वक्त पर विकेट निकाले और बल्लेबाज़ों ने हर मौके पर रन बनाए। खासकर मिडल ऑर्डर का लचीलापन और फिनिशिंग टच ने यह मैच इंग्लैंड की झोली में डाल दिया। दूसरी ओर, वेस्टइंडीज को अपनी रणनीतियों पर काम करने की ज़रूरत है। हालांकि कुछ बल्लेबाज़ों ने अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन टॉप ऑर्डर की नाकामी और डेथ ओवरों में गेंदबाज़ों की लय बिगड़ने से टीम जीत से दूर रह गई।