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सुबह खाली पेट ग्रीन टी पीने के नुकसान

नई दिल्ली। ग्रीन टी का नाम सुनते ही सबसे पहले दिमाग में हेल्दी ड्रिंक का ख्याल आता है। लोग अक्सर वेट लॉस के लिए इसे अपनी डाइट का हिस्सा बनाते हैं। इसे पीने से सेहत को कई सारे फायदे मिलते हैं। वजन घटाने से लेकर ब्लड शुगर लेवल स्थिर करने तक, ग्रीन टी पीने के कई सारे लाभ होते हैं। इससे होने वाले फायदों की वजह से ही लोग इसे अपनी रूटीन का हिस्सा बनाते हैं। कुछ लोगों को यह इतनी पसंद होती है कि वह अपने दिन की शुरुआत तक ग्रीन टी के एक कप के साथ करते हैं। इससे होने वाले फायदों की वजह से कई लोग अक्सर इसके साइड इफेक्ट के बारे में भूल जाते हैं। उनका यह मानना है कि इसे कभी भी पीने से सेहत को फायदा ही मिलेगा। हालांकि, यह बात हर समय सच नहीं होती है। गलत समय पर ग्रीन टी पीना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। खासकर सुबह के समय अगर इसे पीते हैं, तो इससे कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। अगर आप भी उन लोगों में से एक हैं, जो अपने दिन की शुरुआत ग्रीन टी के साथ करते हैं, तो आइए जानते हैं इसके कुछ साइड इफेक्ट्स-

कुछ अध्ययनों से यह पता चला है कि दिल की बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को सुबह खाली ग्रीन टी नहीं पीना चाहिए। इसमें मौजूद कैफीन एड्रेनल ग्लैंड को उत्तेजित करता है, जो कोर्टिसोल और एड्रेनालाईन जैसे स्ट्रेस हार्मोन रिलीज करता है। इससे ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट बढ़ जाती है, जो दिल के मरीजों के लिए अच्छा नहीं है।

चक्कर आना
अगर आप रोजाना सुबह खाली पेट ग्रीन टी पीते हैं, तो इससे आपको थकान और चक्कर आने की समस्या भी हो सकती है। ग्रीन टी में कैफीन की मौजूदगी ब्रेन और सेंट्रल नर्वस सिस्टम में ब्लड फ्लो को कम कर सकती है, जिससे चक्कर आ सकते हैं। साथ ही यह थकान का कारण बन सकता है।
आयरन की कमी या एनीमिया
सुबह खाली पेट ग्रीन टी पीने से शरीर में आयरन की कमी हो सकती है। दरअसल, ग्रीन टी शरीर की आयरन को अब्जॉर्ब करने की नेचुरल एबिलिटी को कम कर सकती है। इसलिए, यह सलाह दी जाती है कि एनीमिया से पीड़ित लोगों को ग्रीन टी नहीं पीना चाहिए। खासकर सुबह खाली पेट, तो इसे भूलकर भी न पिएं।
कब्ज और पेट दर्द
ग्रीन टी में टैनिन होता है, जो पेट में एसिड को बढ़ा सकता है, जिससे पेट में दर्द हो सकता है। पेट में बहुत ज्यादा मात्रा में एसिड के कारण मितली महसूस हो सकती है। यह सभी समस्याएं आगे चलकर कब्ज की समस्या को जन्म दे सकता है। इसके अलावा पेप्टिक अल्सर या एसिड रिफ्लक्स से पीड़ित मरीजों को सुबह सबसे पहले ग्रीन टी न पीने की सलाह दी जाती है, क्योंकि ऐसा करने से उनकी हालत बिगड़ सकती है।
ब्लीडिंग डिसऑर्डर
खाली पेट ग्रीन टी पीने से इसमें मौजूद मिनरल शरीर और खून पर तेजी से प्रभाव डालते हैं। इसके प्रभावों में से एक प्रोटीन कम होना है, जो खून के थक्के जमने में मदद करता है। चाय अपने एंटीऑक्सीडेंट के कारण फैटी एसिड के ऑक्सीडेशन की अनुमति नहीं देती है, जिससे खून पतला हो सकता है।

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