दिल्ली

दिल्ली का औसत एक्यूआई 333 दर्ज

नई दिल्ली। मौसमी उतार चढ़ाव के बीच रविवार को भी दिल्ली में न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर ही रहा। यह 18.4 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से चार डिग्री अधिक है। आज अधिकतम तापमान 32 डिग्री रहने के आसार हैं। दिन में आसमान साफ ही रहने की संभावना है।
कई दिनों बाद 350 से नीचे आया AQI
दूसरी तरफ हवा चलने से आज दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) कई दिनों के बाद 350 से नीचे आया है। हालांकि प्रदूषण को श्रेणी अभी भी बहुत खराब ही है, लेकिन आज रविवार सुबह 10 बजे यह 333 रिकॉर्ड किया गया।
एक्यूआईसीएन के अनुसार, सुबह 10 बजे जहांगीरपुरी में एक्यूआई 384, आनंद विहार में 254 और मेजर ध्यानचंद स्टेडियम के पास एक्यूआई 288 दर्ज किया गया, जो प्रदूषण की बेहद खराब श्रेणी में आता है।

मौसम विभाग की मानें तो अभी अगले कुछ दिन मौसम में बहुत अधिक बदलाव होने के आसार नहीं हैं। इससे पहले शनिवार को दिल्ली के बवाना, न्यू मोती बाग, रोहिणी, विवेक विहार और वजीरपुर सहित कुछ स्टेशनों ने ‘गंभीर’ प्रदूषण स्तर दर्ज किया गया और एक्यूआई 400 से ज्यादा रहा।
आनंद विहार में ड्रोन से पानी की बौछार
आनंद विहार में प्रदूषण पर काबू पाने के लिए ड्रोन तकनीक का ‘प्रयोग’ किया जा रहा है। इसे दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के मॉनिटरिंग स्टेशन के 100 वर्ग मीटर के दायरे में ही उड़ाया जा रहा है। इतने क्षेत्रफल में ड्रोन ने शनिवार को 12 से छह बजे के बीच चार बार उड़ान भरी और पानी की बौछार की। इस दौरान यहां का पीएम-10 का स्तर 293 से 376 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा।

वहीं पीएम-2.5 का स्तर 118 से 177 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर के बीच रिकॉर्ड किया गया। यह बौछार की शुरुआत से पहले के दिनों की तुलना में कम रहा। यह सिलसिला एक सप्ताह तक चलेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि ड्रोन जितने दिन उड़ेगा, उसके डाटा के विश्लेषण के आधार पर सही नतीजे तक पहुंचा जा सकेगा। एक दिन के डाटा के आधार पर निष्कर्ष निकालना उचित नहीं होगा।
आठ मिनट में खाली हो रहा टैंक
ड्रोन के टैंक में 15 लीटर पानी आता है। आठ मिनट की बौछार में इसका टैंक खाली हो जाता है। ड्रोन के जरिये पानी की बौछार कर रही कंपनी के प्रतिनिधियों ने बताया कि ड्रोन में छह नोजल लगे हैं, जिनसे 100 माइक्रोन की बौछार एक समय में होती है। उन्होंने बताया कि बौछार के लिए नोजल को 50 से 200 माइक्रोन तक सेट किया जा सकता है। माइक्रोन का स्तर न्यूनतम तक घटाने पर 12 मिनट तक ड्रोन से बौछार की जा सकती है।
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ रही है एयर प्यूरीफायर की मांग
करोलबाग के अजय अग्रवाल ने हाल ही में एयर प्यूरीफायर खरीदा है, क्योंकि उनके बुजुर्ग पिता को वायु प्रदूषण का लेवल बढ़ने के साथ सांस लेने में परेशानी आने लगी है। वह कहते हैं कि चिकित्सकों ने उनके लिए सांस संबंधित समस्या के लिए प्रदूषण को बताया है और कहा है कि उनके पिता बाहर कम से कम निकले।

दिल्ली-एनसीआर में ऐसे बहुत से परिवार हैं, जिनके घर में इन वर्षों में एसी, फ्रिज समेत अन्य जरूरी इलेक्ट्रानिक्स उत्पादों की तरह एयर प्यूरीफायर भी जरूरत का उपकरण बन गया है। इसलिए इस उत्पाद का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। इस वर्ष पिछले साल के मुकाबले 20 प्रतिशत अधिक मांग की उम्मीद लगाई जा रही है।
बाजार के जानकारों के अनुसार, इस वर्ष दिल्ली-एनसीआर में एयर प्यूरीफायर की बिक्री का आंकड़ा दो हजार करोड़ रुपये के आस-पास रह सकता है। हर वर्ष ठंड के मौसम में प्रदूषण बढ़ने के कारण एयर प्यूरीफायर की बिक्री में तेजी आती है, जिससे यह कमोबेश हर इलेक्ट्रानिक्स की दुकानों पर नजर आने लग गया है। जहां, इसके संबंध में पूछताछ के साथ ही बिक्री हो रही है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button