सीएम योगी का स्कूल प्रेम: बचपन के स्कूल पहुंचे, बच्चों संग वक्त बिताया, चॉकलेट बांटी
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योगी आदित्यनाथ का उत्तराखंड दौरा: परिवार संग वक्त बिताया, भतीजी की शादी में हुए शामिल, पुराने स्कूल में बच्चों से की मुलाकात
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तीन दिन के उत्तराखंड दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने अपने गांव पंचूर में परिवार के साथ समय बिताया और अपने भाई की बेटी की शादी में शामिल होकर नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया। इसके बाद वे अपने बचपन के स्कूल पहुंचे, जहां उन्होंने बच्चों से बातचीत की और उन्हें चॉकलेट भी दी। योगी आदित्यनाथ 6 फरवरी को उत्तराखंड पहुंचे थे। पहले उन्होंने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया, फिर दो दिन अपने गांव पंचूर में गुजारे। वे अपने घर में ही ठहरे और इस दौरान यूपी सरकार के कामकाज की जानकारी भी लेते रहे। रात को उन्होंने अपनी भतीजी अर्चना की शादी की सभी रस्मों में भाग लिया और बारात का स्वागत भी किया। इस खास मौके पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, राज्यपाल गुरमीत सिंह समेत कई बड़े नेता और गणमान्य लोग भी मौजूद रहे।
बचपन के स्कूल पहुंचे योगी, बच्चों से की बातचीत
शनिवार को योगी आदित्यनाथ अपने पुराने स्कूल राजकीय प्राथमिक विद्यालय ठांगर पहुंचे, जहां उन्होंने 5वीं कक्षा तक पढ़ाई की थी। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पौड़ी जिले के यमकेश्वर विकासखंड के इस स्कूल के पुनर्निर्माण और सौंदर्यीकरण कार्य का उद्घाटन किया। साथ ही गांव के बारात घर का भी लोकार्पण किया। योगी आदित्यनाथ ने बच्चों से बातचीत की, स्कूल का निरीक्षण किया और इंडिया ग्लाइकोल्स लिमिटेड (IGL) की वार्षिक पुस्तिका का विमोचन भी किया। इसके अलावा, दोनों मुख्यमंत्रियों ने राजकीय जूनियर हाई स्कूल कांडी और राजकीय प्राथमिक विद्यालय विथ्याणी का भी दौरा किया और वहां के छात्रों से मुलाकात की।
योगी आदित्यनाथ बोले – अपने स्कूल आकर बहुत खुशी हुई
योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि उन्होंने ठांगर विद्यालय में 5वीं कक्षा तक पढ़ाई की थी। उन्होंने खुशी जाहिर की कि अब यह स्कूल आधुनिक सुविधाओं से लैस हो गया है। इंडिया ग्लाइकोल्स लिमिटेड (IGL) द्वारा यहां स्मार्ट क्लासरूम, अत्याधुनिक लैब, वॉशरूम और वर्चुअल क्लास जैसी सुविधाएं दी गई हैं, जो उनके समय में नहीं थीं। उन्होंने कहा कि अब सरकार के साथ-साथ निजी संस्थाएं भी शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग कर रही हैं और स्कूलों के विकास में योगदान दे रही हैं। इससे सरकारी स्कूलों की हालत सुधर रही है। उन्होंने शिक्षकों से अपील की कि वे इन संसाधनों का पूरा इस्तेमाल करें और बच्चों को बेहतरीन शिक्षा दें।
“पहले शिक्षक के हाथ में छड़ी होती थी, लेकिन…”
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले के समय में शिक्षक के हाथ में छड़ी होती थी, लेकिन माता-पिता कभी नाराज नहीं होते थे, क्योंकि उन्हें पता था कि शिक्षक उनके बच्चों के भविष्य को संवारने का काम कर रहे हैं। शिक्षक सिर्फ पढ़ाई ही नहीं करवाते थे, बल्कि बच्चों को दुनिया की नई-नई जानकारियों से भी अवगत कराते थे। उन्होंने कहा कि देश के विकास की जिम्मेदारी सिर्फ सरकार की नहीं होती, बल्कि समाज की भी भागीदारी जरूरी है। जब समाज शिक्षा को प्राथमिकता देगा और उसमें योगदान देगा, तभी एक उज्ज्वल भविष्य की नींव रखी जा सकेगी।