
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला: विजय भाटिया की गिरफ्तारी से खुले कई राज!
विजय भाटिया की गिरफ्तारी: दिल्ली में हुई गिरफ्तारी के बाद रायपुर कोर्ट में पेशी और जेल यात्रा- छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले में लंबे समय से फरार चल रहे विजय भाटिया को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। रविवार को रायपुर कोर्ट में पेशी के बाद उन्हें एक दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया। पुलिस ने 14 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने केवल एक दिन की रिमांड मंजूर की। सोमवार को दोबारा पेशी होगी और ईओडब्ल्यू 14 दिन की रिमांड की मांग करेगा ताकि मामले की गहनता से जांच हो सके। यह गिरफ्तारी पूरे मामले में एक बड़ा मोड़ है और आने वाले दिनों में और भी खुलासे होने की उम्मीद है।
शराब घोटाले में भाटिया की भूमिका: विदेशी शराब कंपनियों से कमीशन लेकर सरकार को भारी नुकसान- विजय भाटिया की इस घोटाले में अहम भूमिका है। ईओडब्ल्यू के अनुसार, उसने विदेशी शराब कंपनियों और सप्लायर्स से मोटा कमीशन वसूला और सरकार को करोड़ों का नुकसान पहुंचाया। इस अवैध कमाई से आरोपी और उसके नेटवर्क को फायदा हुआ, जबकि राज्य सरकार को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। यह घोटाला राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ा झटका है।
छापेमारी और जांच: 8 ठिकानों पर छापे, मिले अहम दस्तावेज और सबूत- भाटिया की गिरफ्तारी के बाद ईओडब्ल्यू ने रायपुर, भिलाई और दुर्ग में 8 ठिकानों पर छापेमारी की। इनमें भाटिया का घर, फर्म और सहयोगियों के दफ्तर शामिल थे। इस दौरान कुछ अहम दस्तावेज और सबूत मिले हैं जो इस घोटाले से जुड़े कई लोगों के नाम उजागर कर सकते हैं। जांच अभी जारी है और आगे और भी खुलासे होने की उम्मीद है। यह छापेमारी इस बात का प्रमाण है कि सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है।
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला और आगे की कार्रवाई- यह शराब घोटाला राज्य की आर्थिक व्यवस्था पर एक बड़ा हमला है। भाटिया की गिरफ्तारी से जांच में तेजी आई है और उम्मीद है कि बाकी दोषियों तक भी कानून पहुंचेगा। ईओडब्ल्यू की यह कार्रवाई दिखाती है कि सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है और सख्त कार्रवाई करेगी। यह मामला राज्य के लिए एक सबक है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कठोर कार्रवाई की आवश्यकता है।